भारतीय टीम ने ब्रिसबेन के मैदान पर जो कारनामा किया अगर उसका श्रेय सिर्फ ऋषभ पंत को दिया जाए तो ये गलत होगा। गाबा के मैदान पर मिली जीत की नींव भारतीय बल्लेबाजी की रीढ़ चेतेश्वर पुजारा ने रखी। पुजारा ने कंगारू गेंदबाजों द्वारा छोड़ी गई मिसाइलों से टकराने का माद्दा दिखाया।
एक के बाद एक कई बार कंगारू गेंदबाजों की गेंदों को हाथ, हेल्मेट और कंधे पर खाने के बाद भी पुजारा का हौंसला नहीं टूटा और वो 200 से भी ज्यादा गेंदें खेलकर भारतीय टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाकर ही आउट हुए। अब पुजारा ने घर पहुंचकर ये खुलासा किया है कि जब वो ब्रिसबेन के मैदान पर कंगारू गेंदबाजों के खिलाफ देश के लिए लड़ रहे थे तब उनका परिवार और उनकी 2 साल की बेटी अदिति कैसा महसूस कर रही थी।
पुजारा ने खुलासा करते हुए कहा कि मुझे गाबा में दर्द से घिरते देख, मेरी पत्नी ने खुद को टेलीविजन से दूर कर लिया था। वहीं, चेतेश्वर पुजारा की बेटी अदिति जिसे ये पता भी नहीं था कि उसके पिता क्रिकेट के मैदान पर कितनी बड़ी लड़ाई लड़ रहे थे और कितनी बार चोटिल होने के बाद भी डटे हुए थे, ये कह रही थी कि जब पापा घर आएंगे तो मैं उन्हें वहां किस करूंगी जहां उनके चोट लगी है, तो वो ठीक हो जाएंगे।”