कोविड लॉकडाउन के दौरान जब बिहार में क्रिकेट ग्राउंड बंद थे, तब महज 10 साल के वैभव सूर्यवंशी ने हार नहीं मानी। उन्होंने अपने घर की छत को ही मैदान बना लिया और घंटों वहां प्रैक्टिस करते रहे। बिना किसी कोच या प्रोफेशनल ट्रेनिंग के, उन्होंने वहीं से अपने IPL के सपने की नींव रखी। आज उसी मेहनत का नतीजा है कि वो 14 साल की उम्र में IPL में शतक लगाने वाले सबसे युवा बल्लेबाज़ बन गए हैं।
IPL 2025 में एक नया सितारा चमका है, जिसने अपनी बल्लेबाज़ी से सबको चौंका दिया है। राजस्थान रॉयल्स के 14 वर्षीय बल्लेबाज़ वैभव सूर्यवंशी ने गुजरात टाइटंस के खिलाफ जयपुर में खेलते हुए 38 गेंदों में 101 रन ठोक दिए। इस शतक के दौरान उन्होंने 11 छक्के और 7 चौके लगाए। IPL में ये किसी भारतीय द्वारा सबसे तेज़ शतक था – सिर्फ 35 गेंदों में। वैभव IPL में शतक लगाने वाले सबसे युवा बल्लेबाज़ बन गए हैं, और साथ ही पुरुषों के टी20 और सीमित ओवर क्रिकेट में भी ऐसा करने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गए।
लेकिन ये सफर इतना आसान नहीं था।
2021 में, जब वैभव सिर्फ 10 साल के थे, तब उनका क्रिकेट का भविष्य अनिश्चित था। बिहार में ज़्यादातर ग्राउंड बंद थे और कोचिंग की सुविधा भी नहीं थी। ऐसे में वैभव ने अपने घर की छत को ही क्रिकेट अकादमी बना लिया। छत पर घंटों तक अकेले प्रैक्टिस करते, गेंदों को हिट करते और ख्वाब देखते – कि एक दिन IPL की जर्सी पहनूंगा।