IPL 2022: हम डेविड मिलर की कमजोरी नहीं ढूंढ पाए, चेन्नई की हार के बाद बोले स्टीफिन फ्लेमिंग
चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के मुख्य कोच स्टीफन फ्लेमिंग (Stephen Fleming) गुजरात टाइटंस के (GT) बल्लेबाज डेविड मिलर (David Miller) की 94 रन की शानदार पारी से हैरत में पड़ गए हैं। उन्होंने कहा कि बाएं हाथ के बल्लेबाज ने...
चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के मुख्य कोच स्टीफन फ्लेमिंग (Stephen Fleming) गुजरात टाइटंस के (GT) बल्लेबाज डेविड मिलर (David Miller) की 94 रन की शानदार पारी से हैरत में पड़ गए हैं। उन्होंने कहा कि बाएं हाथ के बल्लेबाज ने स्पिनरों के खिलाफ काफी अच्छा मैच खेला। मिलर 'किलर' बनकर गेंदबाजों पर ऐसे टूटे कि उन्होंने अपनी पारी में 51 गेंदों में आठ चौकों और छह छक्कों के साथ 94 रन बनाए, जिन्होंने मुश्किल समय में टीम को बाहर निकाला और हार्दिक पांड्या के नहीं रहते हुए एक जिताऊ पारी खेली। टीम इस समय अंक तालिका में शीर्ष पर है।
फ्लेमिंग ने मैच के बाद कहा, "मिलर ने मैच में अच्छी हिटिंग के साथ पारी को अंजाम दिया। हम मैच के दौरान उनकी कोई कमजोरी नहीं ढूंढ पाए।"
Trending
खिलाड़ियों की कमजोरियों के बारे में उन्होंने बताया कि, "मिलर मैदान में सावधान रहते हैं, वे कमजोरियों को पास में नहीं आने देते हैं। वे इससे सतर्क रहते हैं, जिस कारण उन्हें अपनी पारी को बढ़ाने में मदद मिली।"
फ्लेमिंग ने अपनी टीम और गुजरात की बल्लेबाजी की पारी में अंतिम पांच ओवरों में अंतर की ओर इशारा किया। उन्होंने कहा, सीएसके के सलामी बल्लेबाज रुतुराज गायकवाड़ ने शानदार 73 रनों के साथ फॉर्म में वापसी की, जबकि अंबाती रायुडू ने 31 गेंदों में 46 रनों की तेज पारी खेली। दोनों खिलाड़ियों के आउट होने के बाद चेन्नई अंतिम पांच ओवर में दो विकेट के नुकसान पर 44 रन ही बना सकी। वहीं, अगर तुलना की जाए तो गुजरात ने दो विकेट के नुकसान पर 62 रन बनाए।
उन्होंने आगे कहा, पांड्या के नहीं रहने से राशिद खान ने कप्तानी का मोर्चा संभाला था। हालांकि, उन्होंने गेंदबाजी में इतना योगदान नहीं दिया, जिसके लिए वे जाने जाते हैं। लेकिन, जो पारी उन्होंने बल्ले से खेली वो वाकई महत्वपूर्ण थी क्योंकि ऐसे समय में उन्होंने टीम को बाहर निकाला जब मुश्किल समय में थी। उन्होंने अपनी पारी के साथ मिलर के साथ एक महत्वपूर्ण साझेदारी को भी अंजाम दिया।
Also Read: आईपीएल 2022 - स्कोरकार्ड
फ्लेमिंग को इस बात का भी अफसोस है कि शीर्ष क्रम के बल्लेबाज अपने बल्ले से टीम में योगदान नहीं दे पाए, जिस कारण गुजरात ने पॉवर प्ले में ही तीन विकेट गंवा दिए। हालांकि उनके बाद जो भी बल्लेबाज मैदान में उतरा और जिस तरह से अपनी पारी को अंजाम दिया वो वाकई काबिले तारीफ थी।