'ये खिलाड़ी भारत के लिए इतने मैच कैसे खेल गया, इस तो बल्ले से शॉट मारना नहीं आता था'
क्रिकेट के मैदान पर ऐसे कई किस्से हुए हैं जिसने लोगों को हैरत में डाल दिया है। कई बार पूर्व खिलाड़ियों के कुछ ऐसे खुलासे हुए हैं जिससे क्रिकेट फैंस को यकीन नहीं हुआ है। ऐसे ही एक और मजेदार
क्रिकेट के मैदान पर ऐसे कई किस्से हुए हैं जिसने लोगों को हैरत में डाल दिया है। कई बार पूर्व खिलाड़ियों के कुछ ऐसे खुलासे हुए हैं जिससे क्रिकेट फैंस को यकीन नहीं हुआ है। ऐसे ही एक और मजेदार और हैरतअंगेज खुलासा हुआ भारत के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज राहुल द्रविड़ के बारे में।
इंग्लैंड के पूर्व ऑलराउंडर डेरमॉट रिव ने द्रविड़ के बारे में एक खुलासा करते हुए कहा है जब भारत का यह बेहतरीन बल्लेबाज इंग्लैंड में काउंटी खेलने आया था तब रिव ने इन्हें बहुत परेशान किया था। अपने करियर की शुरुआत में चाहे वो टेस्ट हो या वनडे द्रविड़ हमेशा अपने स्ट्राइक रेट को लेकर चर्चा में रहते थे।
Trending
राहुल द्रविड़ ने भले ही साल 1996 में अपने डेब्यू मुकाबले में ही 96 रनों की पारी खेली हो लेकिन उन्हें भारतीय टीम के मिडिल ऑर्डर में जगह बनाने के लिए करीब 4 साल का इंतजार करना पड़ा।
रिव ने कहा कि कैसे द्रविड़ खुद चलकर आए और उन्होंने अपनी परेशानी मेरे से बताई कि कैसे उन्होंने नर्वस होकर शॉट खेला और फिर वो आउट हो गए।
रिव तब समरसेट के कोच थे और वो मैच में सब्सीट्यूट फिल्डर के तौर पर आए थे। रिव ने द्रविड़ के ध्यान का हर बार भंग किया और वो सोचते थे कि इस खिलाड़ी के पास तो कुछ शॉट है ही नहीं।
द डेली मेल से बात करते हुए रिव ने कहा,"यह खिलाड़ी भारत के लिए कैसे खेल गया? शायद उसके परिवार का कोई सदस्य सेलेक्शन कमेटी में होगा। उनके पास कोई शॉट ही नहीं था। उनको सिर्फ गेंद को रोकने आता था। मैंने कोशिश की और वो आउट हो गए। ऐसी चीजें मुझे पसंद नहीं आती। लेकिन मैं वहां पर दोस्ती करने के लिए नहीं था, मैं वहां पर मैच जीतने के लिए खड़ा था।"
Also Read: T20 World Cup 2021 Schedule and Squads
रिव ने अपने देश के लिए साल 1992 से लेकर 1996 तक 3 टेस्ट और 29 वनडे मुकाबले खेले हैं।