चड़ीगढ़ में फर्जी श्रीलंका टी-20 लीग का मैच आयोजित कराने वाला शख्स गिरफ्तार,BCCI एसीयू करेगी पूछताछ
चडीगढ़/नई दिल्ली, 6 जुलाई | पंजाब पुलिस ने सोमवार को कथित तौर पर अंतर्राष्ट्रीय टेनिस मैच फिक्सिंग में आरोपी रवींद्र डांडीवाल को मोहाली से गिरफ्तार कर लिया है। डांडीवाल ने हाल ही में चंडीगढ़ में फर्जी श्रीलंका टी-20 लीग...
चडीगढ़/नई दिल्ली, 6 जुलाई | पंजाब पुलिस ने सोमवार को कथित तौर पर अंतर्राष्ट्रीय टेनिस मैच फिक्सिंग में आरोपी रवींद्र डांडीवाल को मोहाली से गिरफ्तार कर लिया है। डांडीवाल ने हाल ही में चंडीगढ़ में फर्जी श्रीलंका टी-20 लीग का मैच आयोजित कराया था।
बीसीसीआई की रडार पर चल रहे डांडीवाल ने हाल ही में 29 जून को युवा टी-20 लीग का मैच आयोजित किया था जो यूट्यूब पर दिखाया गया था।
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बीसीसीआई की भ्रष्टाचार रोधी ईकाई (एसीयू) टीम मंगलवार को मोहाली पहुंचेगी और पुलिस से जानकारी साझा करेगी। बीसीसीआई एसीयू के अध्यक्ष अजीत सिंह ने इस बात की पुष्टि की।
अजीत ने आईएएनएस से कहा, "हां, उनको गिरफ्तार किया गया है और हम वहां अपनी टीम भेज रहे हैं। हमसे जितनी हो सकेगी उतनी जानकारी हासिल करने की कोशिश करेंगे, हमारे पास जो जानकारी है हम वो भी पुलिस से शेयर करेंगे।"
उन्होंने कहा, "पुलिस के लिए जो भी उपयोगी होगा, हम वो जानकारी देने को तैयार हैं।"
पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ के कुछ खिलाड़ी राज्य की राजधानी से 15 किलोमीटर दूर सवारा गांव में क्रिकेट अकादमी में मैच खेल रहे थे। इस मैच को श्रीलंका की युवा टी-20 लीग का मैच बता कर प्रसारित किया जा रहा था। खिलाड़ी मास्क पहने थे और कोरनावायरस से बचने का नाटक कर रहे थे।
मोहाली के पुलिस अधिक्षक कुलदीप सिंह चहल ने मीडिया को बताया, "डांडीवाल को गिरफ्तार कर लिया गया है और हम इस रैकेट में उनके रोल की जांच कर रहे हैं।"
इससे पहले पुलिस ने राजू और पंकज को भी गिरफ्तार किया है जिन्होंने इस मैदान को स्ट्रोकर्स क्रिकेट संघ से 33,000 रुपये देकर बुक किया था।
फर्जी क्रिकेट मैच की खबर परमिंदर सिंह की शिकायत पर आई।
प्रेस विज्ञप्ति में एसएसपी ने कहा है कि इस मामले में खरार पुलिस थाने में पंकज और अन्य के खिलाफ 2 जुलाई को भारतीय दंड संहिता की 420, 120बी सेक्शन और अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया था।
पंकज ने अपने दूसरे नाम गोल्डी का उपयोग करते हुए मैदान बुक किया और 29 जून से पांच जुलाई के बीच खेले जाने वाले टूर्नामेंट के लिए चार टीमें बनाईं।
पुलिस द्वारा जारी किए गए बयान में बताया गया है, "यह लीग सवारा में खेली जा रही थी लेकिन प्रसारित किया जा रहा था कि यह श्रीलंका में खेली जा रही है जिसका प्रसारण कई सोशल मीडिया एप जैसे फैनकोड, डायमंड, स्काई, लोटस, टेनबेट, स्पिन जैसी एप पर किया जा रहा था जिसका मकसद सट्टेबाजी से पैसे कमाना था।"
पंजाब पुलिस ने कहा कि इसमें आगे की जांच में मिली जानकारी के कारण डांडीवाल को गिरफ्तार कराया गया।
उन्होंने कहा, "यह भी पता लगा है कि वह इसतरह के फर्जी टूर्नामेंट कई वर्षो से मोहाली, अमृतसर और भोपाल में आयोजित कराते आ रहे हैं। उनके सट्टेबाजी बाजार में कई बड़े लोगों से संबंध है।"
विज्ञप्ति में हालांकि यह नहीं बताया गया है कि डांडीवाल पर किसी धारा के तहत मामला दर्ज किया गया है।
वहीं एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने इस् मैच को प्रसारित करने के लिए यूट्यूब को भी नोटिस भेज दिया है।
एक सीनियर अधिकारी ने आईएएनएस से कहा, "जो भी खिलाड़ी इसमें खेल रहे थे वो छोटे स्तर के खिलाड़ी थे जिन्हें 5,000 से 10,000 रुपये देकर खेलने के लिए बुलाया गया था। इसमें कुछ रणजी खिलाड़ियों का रोल भी जांच का विषय है।"
उन्होंने बताया कि उन खिलाड़ियों को चुना गया जिनकी त्वचा का रंग काला था ताकि ऐसा लगे कि श्रीलंका के खिलाड़ी खेल रहे हैं। दो कैमरे ऐसे लगाए गए थे कि वो खिलाड़ियों की पीठ को कवर कर सकें और उनका चेहरा दिखाई न दे।
श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने इस मामले में अपनी संलिप्ता से पहले ही इनकार कर दिया है।