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गौतम गंभीर ने सरेआम उठाई पृथ्वी शॉ के लिए आवाज़, कहा- 'कोच का काम सिर्फ थ्रो डाउन देना नहीं होता'

पृथ्वी शॉ को लगातार नजरअंदाज किया जा रहा है लेकिन अब गौतम गंभीर ने सरेआम आकर पृथ्वी के लिए आवाज़ उठाई है।

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Cricket Image for गौतम गंभीर ने सरेआम उठाई पृथ्वी शॉ के लिए आवाज़, कहा- 'कोच का काम सिर्फ थ्रो डाउन
Cricket Image for गौतम गंभीर ने सरेआम उठाई पृथ्वी शॉ के लिए आवाज़, कहा- 'कोच का काम सिर्फ थ्रो डाउन (Image Source: Google)
Shubham Yadav
By Shubham Yadav
Jan 02, 2023 • 12:58 PM

जब से राहुल द्रविड़ ने भारतीय टीम के हेड कोच पद को संभाला है टीम इंडिया के प्रदर्शन में गिरावट देखने को मिली है। जो टीम इंडिया रवि शास्त्री की कोचिंग में विदेश में अच्छा प्रदर्शन कर रही थी वही, टीम इंडिया राहुल की कोचिंग में फ्लॉप साबित हो रही है। इतना ही नहीं राहुल द्रविड़ की कोचिंग में प्लेयर मैनेजमेंट भी एक समस्या रही है और यही कारण है कि सोशल मीडिया पर द्रविड़ को काफी ट्रोल भी किया गया है।

Shubham Yadav
By Shubham Yadav
January 02, 2023 • 12:58 PM

एक और वजह जिसके चलते द्रविड़ की आलोचना की जा रही है वो है युवा खिलाड़ियों को ज्यादा मौके देना तो दूर, उन्हें नजरअंदाज करना। यही कारण है कि टीम इंडिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज़ गौतम गंभीर ने द्रविड़ और सेलेक्टर्स पर जमकर भड़ास निकाली है। इसके साथ ही गंभीर ने सरेआम आकर युवा खिलाड़ी पृथ्वी शॉ को समर्थन किया है।

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गंभीर ने स्टार स्पोर्ट्स पर बात करते हुए कहा, “वहां कोच किस लिए हैं? वहां चयनकर्ता किस लिए हैं? ना केवल टीम का चयन करने के लिए, ना सिर्फ उनको थ्रो-डाउन देने के लिए या उन्हें खेल के लिए तैयार करने के लिए। अंततः ये चयनकर्ता और कोच के साथ-साथ प्रबंधन का काम है कि उन्हें इन लोगों की मदद करनी चाहिए। पृथ्वी शॉ जैसा कोई खिलाड़ी, हम सभी जानते हैं कि उसके पास किस तरह की प्रतिभा है। संभवत: उन्हें उसे सही रास्ते पर लाना चाहिए और यही प्रबंधन का एक काम है।”

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आगे बोलते हुए गंभीर ने कहा, "मुझे लगता है कि अगर पृथ्वी शॉ के साथ ऐसा है (फिटनेस और लाइफस्टाइल के मुद्दे) किसी को चाहे वो राहुल द्रविड़ हो या चयनकर्ताओं का अध्यक्ष, वास्तव में उसके शॉ के साथ बात करनी चाहिए, उसे क्लैरिटी दें और उसे टीम इंडिया के ग्रूप के चारों ओर रखें। जिन लोगों को सही रास्ते पर होना चाहिए उन्हें ग्रुप के आसपास होना चाहिए, ताकि उन पर बेहतर निगरानी रखी जा सके. क्योंकि जिस क्षण आप उन्हें अलग छोड़ देते हैं, वो हर जगह जा सकते हैं।”

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