एक वर्ल्ड चैंपियन को मिला दूसरे साथी का साथ, गौतम गंभीर ने कहा- 'हां, मैं युवराज सिंह से सहमत हूं'
भारत और इंग्लैंड के बीच चल रही टेस्ट सीरीज़ में पिचों को लेकर बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। अहमदाबाद में तीसरा टेस्ट दो दिनों में समाप्त होने के बाद, पूर्व भारतीय क्रिकेटर युवराज सिंह ने ट्वीट किया
भारत और इंग्लैंड के बीच चल रही टेस्ट सीरीज़ में पिचों को लेकर बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। अहमदाबाद में तीसरा टेस्ट दो दिनों में समाप्त होने के बाद, पूर्व भारतीय क्रिकेटर युवराज सिंह ने ट्वीट किया था कि यदि उनके समय के दौरान पिच इस तरह की होती तो अनिल कुंबले और हरभजन सिंह ढेर सारी विकेट लेकर बैठे होते।
युवराज सिंह ने लिखा था, "मैच 2 दिन में समाप्त हो गया है, मुझे नहीं पता कि ये टेस्ट क्रिकेट के लिए अच्छा है!" यदि अनुल कुंबले और हरभजन सिंह इस प्रकार के विकेटों पर गेंदबाजी करते तो वो एक हजार और 800 विकेटों पर बैठे होते।"
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finished in 2 days Not sure if that’s good for test cricket !If @anilkumble1074 and @harbhajan_singh bowled on these kind of wickets they would be sitting on a thousand and 800 ?However congratulations to @akshar2026 what a spell! congratulations @ashwinravi99 @ImIshant
— Yuvraj Singh (@YUVSTRONG12) February 25, 2021
भले ही युवी को सोशल मीडिया पर उनके इस ट्वीट के लिए ट्रोल किया गया हो लेकिन, उनके पूर्व साथी गौतम गंभीर ने दो बार के विश्व कप विजेता खिलाड़ी का साथ दिया है। गौतम का मानना है कि अगर भज्जी और कुंबले के समय ऐसी पिचें होती तो वो और भी विकेट ले सकते थे।
गंभीर ने ईएसपीएनक्रिकइन्फो पर एक शो के दौरान कहा कि वो युवराज के ट्वीट से सहमत हैं। उन्होंने कहा, “हाँ, आजकल के विकेट अलग हैं लेकिन DRS आज बहुत बड़ी भूमिका निभाता है। अगर उस समय DRS होता तो अनिल कुंबले 1000 विकेट ले जाते और हरभजन को लगभग 700 विकेट मिल जाते, क्योंकि DRS भारत में विशेष रूप से एक बड़ी भूमिका निभाता है, जहां स्पिन गेंदबाज़ों के पास बहुत मौके बनते हैं।”
आगे बोलते हुए गंभीर ने कहा, "इस दृष्टिकोण से, मैं युवराज सिंह से सहमत हूं, लेकिन इस दृष्टिकोण से कि वो भी इस प्रकार की पिचों पर खेले हैं, शायद नहीं। क्योंकि देखिए, विकेट सभी के लिए समान रहे हैं। अश्विन इस प्रकार के विकेट के लिए नहीं कहते हैं, यह टीम प्रबंधन है जो इसके लिए कहता है और जब आप इस तरह के विकेट तैयार करते हैं, तो अश्विन पर अधिक दबाव होता है।"