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मेरी मां, दीदी, नताशा सब महिलाएं हैं, मैं स्त्रियों से नफरत कैसे कर सकता हूं: हार्दिक पांड्या

इंडियन क्रिकेट टीम के स्टार ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) ने लगभग 2 सालों बाद 'कॉफी विद करण' शो में हुए विवाद का उनकी जिंदगी पर क्या असर पड़ा इस मुद्दे पर खुलकर बातचीत की है। जनवरी 2019 में जब

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Hardik Pandya opens up about the aftermath of the controversy on the chat show Koffee With Karan in
Hardik Pandya opens up about the aftermath of the controversy on the chat show Koffee With Karan in (Hardik Pandya Family)
Prabhat  Sharma
By Prabhat Sharma
Dec 05, 2020 • 01:42 PM

इंडियन क्रिकेट टीम के स्टार ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) ने लगभग 2 सालों बाद 'कॉफी विद करण' शो में हुए विवाद का उनकी जिंदगी पर क्या असर पड़ा इस मुद्दे पर खुलकर बातचीत की है। जनवरी 2019 में जब पांड्या ने इस चैट शो में शिरकत की थी तब काफी विवाद हुआ था अब इस पूरे मामले पर इस खिलाड़ी ने इमोशनल बात कही है।

Prabhat  Sharma
By Prabhat Sharma
December 05, 2020 • 01:42 PM

टाइम्स ऑफ इंडिया के साथ बातचीत के दौरान हार्दिक ने कहा कि, 'मुझे वास्तव में पता नहीं था कि मिसोजिनिस्ट का क्या मतलब होता है। सबसे पहले, मुझे यह सोचकर हंसी आई कि यह शब्द शायद मेरा मजाक उड़ाने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा हो लेकिन फिर एक दोस्त ने मुझे बताया कि इसका मतलब है कि कोई ऐसा व्यक्ति जो महिलाओं से बेहद नफरत करता है।'

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हार्दिक ने कहा कि, 'मैं महिलाओं को कैसे नापसंद कर सकता हूं? माँ, दीदी (बहन), भाभी, नताशा वह सभी महिलाएं ही हैं। मै उन्हें बहुत पसंद करता हूं। मेरा घर महिलाओं के बारे में ही है। हम हैं, क्योंकि वह हैं। पहली बार, मुझे ऐसा लगा कि मैं अपने जीवन के नियंत्रण में नहीं था। मेरे आसपास सब कुछ टूटने लगा था। मुझे खुद को कमरे में बंद करना पड़ा था। अगर मेरा परिवार न होता तब मैं एक बड़ी चीज को खो देता। मेरे परिवार की महिलाएं बैकबोन हैं।'

अपने बेटे को दूंगा पूरी आजादी: हार्दिक पांड्या ने कहा कि मेरा परिवार मेरे लिए बैकबोन बना आज, मेरे परिवार की बैकबोन बनने की मेरी बारी है। मैं एक ऐसे परिवार में पला-बढ़ा हूं, जहां पूरी तरह से आजादी थी। हमें अपने फैसले खुद करना सिखाया जाता था। मैं अपने बेटे को भी उतनी ही आजादी दूंगा।

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