IND vs AUS: संजय मांजरेकर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट के लिए चुने अपने दो भारतीय ओपनर, एक नाम हैरान कर देने वाला
भारतीय कमेंटेटर व पूर्व भारतीय बल्लेबाज संजय मांजरेकर ने 17 दिसंबर से भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच एडिलेड के मैदान पर शुरू हो रहे टेस्ट मैच में उन दो खिलाड़ियों का नाम लिया है जिन्हें भारत के लिए ओपनिंग करनी
भारतीय कमेंटेटर व पूर्व भारतीय बल्लेबाज संजय मांजरेकर ने 17 दिसंबर से भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच एडिलेड के मैदान पर शुरू हो रहे टेस्ट मैच में उन दो खिलाड़ियों का नाम लिया है जिन्हें भारत के लिए ओपनिंग करनी चाहिए।
हिंदुस्तान टाइम्स से बातचीत के दैरान मांजरेकर ने कहा है कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारतीय टीम मैनेजमेंट को युवा पृथ्वी शॉ और मयंक अग्रवाल से ओपनिंग करानी चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर पहले दो टेस्ट मैचों में रोहित शर्मा टीम में शामिल नहीं होते तो पृथ्वी शॉ को मयंक अग्रवाल के साथ ओपनिंग करने आना चाहिए और अगर शॉ फेल होते है तो शुभमन गिल उनकी जगह लेंगे। इसके अलावा अजिंक्या रहाणे को चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करना चाहिए और उसके बाद हनुमा विहारी का स्थान होना चाहिए। साथ में मांजरेकर ने यह भी कहा कि अगर शुभमन गिल पारी की शुरुआत नहीं करते है तो उन्हें छठे स्थान पर बल्लेबाजी के लिए उतारना चाहिए।
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संजय मांजरेकर ने कहा,"मयंक अग्रवाल टेस्ट में बतौर ओपनर शामिल हुए है, अगर ये मान लिया जाए कि रोहित शर्मा पहले दो टेस्ट मैचों में नहीं खेल रहे है तो मैं दूसरे ओपनर के लिए पृथ्वी शॉ के साथ जाऊंगा। देखते है ये कैसा जाता है और अगर पृथ्वी शॉ आईपीएल की तरह ही अपना खराब फॉर्म जारी रखते है तो शुभमन गिल को उनकी जगह लेनी चाहिए। विराट कोहली की गैरमौजूदगी में अजिंक्या रहाणे को थोड़ा ऊपर आकर चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करनी चाहिए। हनुमा विहारी को पांचवे नंबर पर आना चाहिए और अगर शुभमन गिल को मिडिल आर्डर में खेलाना है तो उनके लिए छठा स्थान सबसे उम्दा रहेगा।"
हालांकि कुछ लोगों के लिए संजय मांजरेकर का यह बयान काफी हैरान कर देने वाला लग रहा है क्योंकि शॉ आईपीएल के 13वें सीजन में बिल्कुल फ्लॉप रहे थे और वो अच्छी लय में नजर नहीं आ रहे थे। इस दौरान वो दिल्ली कैपिटल्स के लिए 13 मैचों में शामिल हुए और 17.54 की औसत से केवल 228 रन ही बना सके।
अगर पृथ्वी शॉ के अभी तक के टेस्ट कैरियर को देखा जाए तो उन्होंने इस दौरान कुल 4 मैच खेले हैं जिसमें 558.83 की औसत से 335 रन बनाने में कामयाब रहे हैं। इस दौरान उन्होंने एक शतक तथा दो अर्धशतक शतक लगाया है। पृथ्वी शॉ भारत के गिने-चुने उन बल्लेबाजों में है जिन्होंने अपने डेब्यू टेस्ट में ही शतक जमाने का कारनामा किया है।