क्या न्यूज़ीलैंड के पार्ट टाइम क्रिकेटर हैं मिचेल सैंटनर? रांची में टीम इंडिया से छीन ली जीत
मिचेल सैंटनर की कप्तानी में न्यूज़ीलैंड ने भारत को पहले टी-20 में 21 रन से हरा दिया। इस मैच में सैंटनर के सामने भारतीय बल्लेबाज़ों ने सरेंडर कर दिया।
मिचेल सैंटनर की कप्तानी में न्यूजीलैंड ने भारत को तीन मैचों की सीरीज के पहले टी-20 में 21 रन से हराकर सीरीज में 1-0 की बढ़त ले ली है। न्यूज़ीलैंड की टीम ने डेरिल मिचेल के अर्द्धशतक की बदौलत पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 20 ओवरों में 176/6 का मजबूत स्कोर बनाया और इसके बाद भारत को 20 ओवरों में 155 रनों पर रोक दिया। भारत के लिए सूर्यकुमार यादव (49) और वाशिंगटन सुंदर (50) ने तेज-तर्रार पारियां खेली लेकिन मिचेल सैंटनर की शानदार गेंदबाजी के आगे उनकी ये पारियां फेल साबित हुई।
मिचेल सैंटनर ने रांची की पिच पर गेंद ऐसी घुमाई कि हर कोई देखता ही रह गया। सैंटनर ने 4 ओवर में 1 मेडन ओवर डाला और 11 रन देकर 2 विकेट लिए। उन्होंने ये मेडन ओवर पावरप्ले में एक ऐसे बल्लेबाज़ के सामने डाला जो मिडल ओवर्स में भी डॉट बॉल खेलना पसंद नहीं करता है लेकिन पावरप्ले में सैंटनर के सामने उसे मेडन खेलना पड़ा। जी हां, हम सूर्यकुमार यादव की बात कर रहे हैं जो डॉट खेलना पसंद नहीं करते हैं लेकिन उन्हें पावरप्ले में मेडन खेलना पड़ा।
Trending
ऐसे में आप अंदाजा लगा सकते हैं कि सैंटनर किस तरह की गेंदबाजी कर रहे थे। भारत की जीत और हार में मिचेल सैंटनर का ये स्पेल ही अंतर था अगर भारतीय बल्लेबाज सैंटनर से पार पा लेते तो इस मैच का नतीजा कुछ और हो सकता था। इस मैच में सैंटनर कीवी टीम की कप्तानी भी कर रहे थे और उन्होंने बहुत ही चालाकी से अपने चार ओवरों का इस्तेमाल किया। इस मैच के बाद सैंटनर सोशल मीडिया पर छाए हुए हैं और सोशल मीडिया पर लाइमलाइट में वो तो आए ही साथ ही उनका इंंस्टाग्राम अकाउंट भी आ गया है।
Also Read: क्रिकेट के अनसुने किस्से
दरअसल, अगर आप सैंटनर का इंस्टाग्राम अकाउंट देखेंगे तो पाएंगे तो उन्होंने अपनी इंस्टा बायो में खुद को पार्ट टाइम क्रिकेटर और फुल टाइम गोल्फर बताया है। उनकी प्रोफाइल देखकर फैंस हैरान हैं कि उन्होंने ऐसा क्यों लिखा है। खैर एक वजह ये हो सकती है कि न्यूज़ीलैंड में क्रिकेटर्स को इतना पैसा नहीं मिलता है जिसके चलते उन्हें क्रिकेट के चलते कुछ और भी करना पड़ता है और इसका एक उदाहरण क्रिस कैरन्स हैं जो एक सफल क्रिकेटर थे लेकिन इसके बावजूद उन्हें रोजी रोटी के लिए ट्रक चलाते हुए देखा गया। वहीं, न्यूज़ीलैंड का पसंदीदा खेल रग्बी है ना कि क्रिकेट, तो आप अंदाजा लगा सकते हैं कि शायद सैंटनर क्रिकेट को उतनी प्राथमिकता ना देते हों। खैर अगर आप कीवी फैन हैं तो आप चाहेंगे कि सैंटनर जितना ज्यादा न्यूज़ीलैंड के लिए क्रिकेट खेल पाएं उतना कीवियों के लिए बेहतर होगा।