नई दिल्ली, 14 अगस्त (हि.स.) । खराब फॉर्म से जूझ रही भारतीय टीम इंग्लैंड के खिलाफ कल से शुरू हो रहे पांचवें और आखिरी टेस्ट के जरिये श्रृंखला में बराबरी करने के इरादे से उतरेगी। भारत के बल्लेबाज लगातार नाकाम रहे हैं और गेंदबाजी में भी धार नहीं दिखी जिससे इंग्लैंड को वापसी का मौका मिल गया। भारत के लिये अच्छी खबर यह है कि तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा आखिरी टेस्ट के लिये फिट हो गए हैं। टीम प्रबंधन के सामने चयन की दुविधा यह है कि खराब फार्म से जूझ रहे रविंद्र जडेजा को चुने या बेंच स्ट्रेंथ को आजमाये।
पिछले दो टेस्ट में भारतीय बल्लेबाजों ने काफी निराश किया। विराट कोहली और चेतेश्वर पुजारा अपनी प्रतिभा के साथ न्याय नहीं कर सके हैं। टेस्ट विशेषज्ञ पुजारा के पास यह आखिरी मौका है और कोहली को भी खराब फार्म से उबरना होगा। टीम में वापसी करने वाले गौतम गंभीर भी दबाव में हैं और उन्हें अपनी उपयोगिता साबित करनी होगी।
लॉर्ड्स पर मिली जीत के बाद भारत को साउथम्पटन और मैनचेस्टर में शर्मनाक पराजय झेलनी पड़ी। अब श्रृंखला में 1-2 से पिछड़ी भारतीय टीम के सामने हार को टालने की बड़ी चुनौती है। लार्ड्स पर 95 रन से जीत दर्ज करने के बाद सब कुछ भारत के अनुकूल लग रहा था, लेकिन उसके बाद इंग्लैंड ने शानदार वापसी करते हुए साउथम्पटन में 11 टेस्ट बाद पहली जीत दर्ज की। फिर मैनचेस्टर में भारत को तीन दिन के भीतर ही हराया। चौथे टेस्ट में मिली हार के बाद ऐसा माना जा रहा था कि भारतीय टीम को आराम की जरूरत है, ताकि तरोताजा होकर आखिरी मैच खेल सके। वैसे हार का कारण थकान नहीं, बल्कि प्रतिकूल हालात में क्रीज पर टिके रहने की इच्छाशक्ति का अभाव था। खिलाडियों में प्रतिबद्धता की कमी दिखी।