मुनाफ पटेल के दो बैंक अकाउंट हुए सील, नोएडा जिला प्रशासन ने वसूले 52 लाख रु
भारतीय टीम के पूर्व तेज़ गेंदबाज़ मुनाफ पटेल एक नए विवाद में घिर चुके हैं। इस विवाद के चलते उनके दो बैंक अकाउंट सील कर दिए गए हैं और उनसे 52 लाख रु वसूले गए हैं।
टीम इंडिया के पूर्व गेंदबाज मुनाफ पटेल वैसे तो लाइमलाइट से दूर ही रहते हैं लेकिन इस बार वो एक ऐसी वजह से सुर्खियों में हैं जिसने उनके फैंस को हैरान कर दिया है।वर्ल्ड कप विनिंग ये खिलाड़ी इस समय काफी परेशानी में हैं। दरअसल, मुनाफ पटेल पर नोएडा जिला प्रशासन का 10 लाख रुपये बकाया थे और अब उत्तर प्रदेश के रियल एस्टेट नियामक प्राधिकरण (रेरा) ने पूर्व क्रिकेटर के दो बैंक खातों को तुरंत बंद करके 52 लाख रु की वसूली कर ली है।
इस कार्रवाई का खुलासा एक अधिकारी ने किया है। उत्तर प्रदेश रियल एस्टेट नियामक प्राधिकरण द्वारा जारी रिकवरी सर्टिफिकेट (आरसी) के आधार पर मुनाफ पटेल के खिलाफ ये कार्रवाई की गई है। अगर आप ये पूरा मामला जानना चाहते हैं तो बता दें कि नोएडा में सेक्टर 10 में बिल्डर ग्रुप 'प्रमोटर्स प्राइवेट लिमिटेड' द्वारा 'वन लीफ ट्रॉय' नाम की एक आवासीय योजना रखी गई थी। मुनाफ पटेल इस बिल्डर ग्रुप में डायरेक्टर हैं और इस योजना के पूरा होने में काफी देरी हो रही थी जिसके बाद ग्राहकों ने रेरा में शिकायत की थी।
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अब इस शिकायत के चलते ग्रेटर नोएडा जिला प्रशासन ने रिकवरी सर्टिफिकेट जारी किया है जिसके तहत प्रमोटर्स प्राइवेट लिमिटेड से 10 करोड़ रुपये वसूले जाने हैं। मुनाफ पटेल इस सारे विवाद में मुख्य इसलिए हैं क्योंकि वो इस बिल्डर ग्रुप में डायरेक्टर हैं और इसी के चलते नोएडा और गुजरात में उनके दो बैंकों को सील कर दिया गया है और उनसे 52 लाख रुपये भी वसूले गए हैं।
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आपको बता दें कि मुनाफ पटेल मूल रूप से भरूच के पास इखर गांव के रहने वाले हैं और वो 2011 विश्व कप विजेता टीम के खिलाड़ी भी हैं। खैर, ये विवाद उन्हें कहां तक लेकर जाएगा ये कहना फिलहाल काफी मुश्किल है लेकिन उनके फैंस फिलहाल यही उम्मीद कर रहे हैं कि ये वर्ल्ड चैंपियन खिलाड़ी किसी तरह इस विवाद से बाहर निकल सके। इस पूरे मामले पर मुनाफ पटेल की तरफ से अभी तक कोई भी रिएक्शन नहीं आया है और ये भी देखना दिलचस्प होगा कि मुनाफ इस मामले पर क्या कहते हैं।