14 जुलाई। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के फ्रेंचाइजियों और हितधारकों के बीच हुई बैठक को देखा जाए तो विभिन्न फ्रेंचाइज टूर्नामेंट में टीमों का विस्तार चाहते हैं, लेकिन भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) चाहता है कि कोई भी कदम उठाए जाए जाने से पहले जमीनी हकीकत को देखा जाए ताकि 2011 का घटनाक्रम दोबारा न दोहराया जाए जब कई कारणों के चलते टीमों की संख्या को दोबारा 10 से 8 करनी पड़ी थी।
आईएएनएस से बात करते हुए एक अधिकारी ने कहा कि सभी बातें अच्छी हैं, लेकिन हर कदम सोच-समझकर उठाना होगा और बोर्ड में मौजूद अधिकारियों को विभिन्न फ्रेंचाइजियों को जमीनी हकीकत से अवगत कराना होगा।
अधिकारी ने कहा, " वे हमारे हितधारक हैं और बीसीसीआई एवं फ्रेंचाइजियों के बीच बहुत अच्छे संबंध हैं। हम चिंतित हैं कि प्रबंधन में से किसी व्यक्ति द्वारा इस तरह का अपारदर्शी व्यवहार और आकस्मिक बयान अनावश्यक रूप से बीसीसीआई और फ्रेंचाइजियों के बीच के संबंध को प्रभावित कर सकता है।"