ऐसा हुआ तो चैंपियंस ट्रॉफी के बाद संन्यास ले लेंगे महेन्द्र सिंह धोनी
अप्रैल 26, नई दिल्ली (CRICKETNMORE): कहते हैं क्रिकेट अनिश्चितताओं का खेल हैं। यहां कब पासा पलट जाए किसी को अंदाजा नहीं होता है। अनिश्चितताओं के इसी खेल में कई बार करियर के सर्वोत्तम दौर में चल रहे क्रिकेटर भी बुरे
अप्रैल 26, नई दिल्ली (CRICKETNMORE): कहते हैं क्रिकेट अनिश्चितताओं का खेल हैं। यहां कब पासा पलट जाए किसी को अंदाजा नहीं होता है। अनिश्चितताओं के इसी खेल में कई बार करियर के सर्वोत्तम दौर में चल रहे क्रिकेटर भी बुरे वक्त के आगे नतमस्तक हो जाते हैं। उनके परफॉर्मेंस की जमकर आलोचना होने लग जाती है। आमतौर पर ऐसा तब होता है जब खिलाड़ी अपने उपर हद से ज्यादा दवाब लेकर खेलने लगते हैं।
कुछ ऐसा ही हाल इन दिनों टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धनी की है जो लगातार अपने खराब परफॉर्मेंस की वजह से फैंस और आलोचकों की तिखी आलोचनाओं का शिकार हो रहे हैं। हालांकि शनिवार 22 अप्रैल को आईपीएल के 24वें मैच में धोनी ने सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ 61 रनों की नाबाद पारी खेलते हुए पुणे की टीम को 6 विकेट से जीत दिलाई। PHOTOS: क्रिकेटर दिनेश कार्तिक की हॉट वाइफ दीपिका की खूबसूरती से दंग रह जाएंगे आप
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आईपीएल में अपने इस बेहतरीन प्रदर्शन के दम पर धोनी ने एक ऐसा सकारात्मक माहौल तैयार किया जिसके बाद से उनके फैंस कहीं न कहीं उनमें उस धोनी को तलाश रहे हैं जो अंतिम गेंद पर भी छक्का जड़ कर मैच जिताने की ताकत रखता है।
वहीं सोमवार 24 अप्रैल को मुंबई इंडियंस के खिलाफ खेले गए मुकाबले में पुणे की टीम ने 3 रन से जीत तो दर्ज की लेकिन धोनी का कोई खास योगदान नहीं रहा। वे महज सात रन बनाकर मुंबई के गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की गेंद का शिकार हो गए।
आईपीएल 2017 में पुणे की टीम ने 6 अप्रैल को अपना ओपनिंग मैच मुंबई इंडियास के खिलाफ खेला जहां 7 विकेट से पुणे को जीत मिली। इस मैच में धोनी नाबाद रहकर 12 रन बनाए।
इसके बाद 8 अप्रैल को पुणे की टीम ने आईपीएल 2017 में अपना दूसरा मुकाबला किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ खेला। इस मैच में महेन्द्र सिंह धोनी 5 रन बनाकर आऊट हो गए। इस मैच को पंजबा ने 6 विकेट से अपने नाम कर लिया।
पुणे की टीम ने आईपीएल 2017 में अपना तीसरा मुकाबला 11 अप्रैल को दिल्ली डेयरडेविल्स के साथ खेला जहां दिल्ली की टीम ने उन्हें 97 रन से हरा दिया। इस मैच में धोनी केवल 11 रन बनाकर आऊट हो गए।
पुणे की टीम को अपने चौथे मुकाबले में गुजरात लायंस के हाथो 7 विकेट से शिकस्त झेलनी पड़ी। 14 अप्रैल को खेले गए इस मैच में धोनी पांच रन बनाकर रवींद्र जडेजा की गेदं पर एलबीडब्लयू आउट हो गए।
आईपीएल 2017 के मौजूदा संस्करण में पुणे की टीम ने 16 अप्रैल को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू के खिलाफ अपना पांचवा मुकाबला खेला। पुणे ने इस मैच को 27 रन से जीत तो लिया लेकिन धोनी केवल 28 रन ही बना पाए।
कुल मिलाकर आईपीएल 2017 में देखा जाए तो धोनी ने बस एक ही मैच में उम्दा प्रदर्शन किया है।
आज पुणे की टीम का सामना उनके घर में कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम के साथ होगा। अब देखना दिलचस्प होगा कि महेन्द्र सिंह धोनी इस मैच में क्या कमाल करते हैं।
इन सबके बीच लगातार निराशाओं का सामना कर रहे महेन्द्र सिंह धोनी के फैंस इस बात को लेकर संशय में हैं कि कहीं वे चैंपियंस टॉफी के बाद अंतराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा न कर दें।
धोनी हमेशा से ही अहम वक्त में ऐसे फैसले लेकर फैंस को सदमें में डाल चुके हैं। चाहे टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने की बात हो या फिर टेस्ट, टी-20 और वनडे टीम की कप्तानी छोड़ने की बात हो। धोनी के फैंस को पहले से इस बात का जरा सा भी अंदाजा नहीं होता है कि वे किस वक्त क्या फैसला लेने वाले हैं।
माही ने फैंस को पहला झटका 26 दिसंबर 2014 को दिया था जब उन्होंने भारतीय टेस्ट टीम से संन्यास ले लिया।
इसके अलावा उन्होंने इंग्लैंड दौरे से पहले वनडे और टी-20 टीम की कप्तानी से संन्यास लेकर अपने फैंस को हैरत में डाल दिया। धोनी के इस फैसले से उनके फैंस काफी दुखी हुए थे।
धोनी के करियर में ये वो वक्त था जब उन्हें लेकर एक तरफ जहां तमाम तरह की नेगेटिव बातें हो रही थीं तो वहीं दूसरी तरफ ये भी कहा जा रहा था कि वे कप्तानी के दवाब से हटाकर बतौर विकेटकीपर बल्लेबाज बेहतर खेलना चाहते हैं। हालाकिं लगातार निराशाजनक परफॉर्मेंस की वजह से आलोचक उन्हें आरे हाथ लेते रहे।
अब चाहे जो भी हो एक बात तो तय है कि वक्त रहते धोनी को अपने प्रदर्शन के स्तर में सुधार लानी पड़ेगी। अन्यथा वो दिन दूर नहीं जब उनके तमाम फैंस भी लगातार निराशाओं का सामना करते हुए उन्हें लेकर अपने मन में कोई नकारात्मक धारनाएं पैदा कर लेंगे। वहीं कयास तो ये भी लगाए जा रहे हैं कि यदि यही हाल रहा तो क्या वे चैंपियंस ट्रॉफी के बाद अंतराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लेंगे।
उल्लेखनीय है कि महेन्द्र सिंह धोनी पहले भी अहम समय पर संन्यास जैसे फैसले लेकर अपने फैंस को चौंका चुके हैं। जाहिर है आगे भी महेन्द्र सिंह धोनी के फैंस को दिमागी तौर पर दुरूस्त रहना होगा, क्योंकि वे संन्यास जैसे फैसले लेकर एक बार फिर सभी को हैरत में डाल सकते हैं।
आशा है कि वे कम से कम आईपीएल के आने वाले मैचों में अपने बेहतरीन प्रदर्शऩ का मुजाएरा पेश कर फैंस में सकारात्मक माहौल तैयार करें।
कुमार प्रिंस मुखर्जी/CRICKETNMORE