ऑस्ट्रेलिया ने भारत के खिलाफ होने वाले आखिरी दो टेस्ट मैचों के लिए टीम का ऐलान कर दिया है। टीम से नाथन मैकस्विनी (Nathan McSweeney) को बाहर का रास्ता दिखा दिया। उनकी जगह सैम कोन्स्टास को शामिल किया गया है। अब मैकस्विनी को बाहर किये जानें पर पूर्व ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी माइकल क्लार्क (Michael Clarke) ने अपनी नाराजगी जाहिर की है।
क्लार्क ने कहा है कि, "नाथन मैकस्वीनी को हटा दिया गया है। मैं उस पर विश्वास नहीं कर सकता। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि उन्होंने शुरुआती स्थिति में किसे चुना, उन्हें पूरी सीरीज में मौका देना चाहिए था। मुझे लगता है कि चयनकर्ताओं ने यह गलत किया है। हमारे पास उस्मान ख्वाजा हैं, जो 38 साल के हैं और उन्होंने कोई रन नहीं बनाए। वह एक सीनियर खिलाड़ी हैं।"
उन्होंने आगे कहा कि, "हमारे पास मार्नस लाबुशेन हैं, जो सीरीज से पहले दबाव में थे और उन्होंने अच्छा स्कोर बनाया है। स्टीव स्मिथ ने एक शानदार खिलाड़ी की तरह बल्लेबाजी करते हुए संघर्षपूर्ण शतक बनाया, लेकिन वह भी दबाव में हैं। मैकस्वीनी के अलावा, बाकी सभी की उम्र 30 साल से अधिक है। अगर उस्मान ख्वाजा दो टेस्ट मैचों के बाद संन्यास ले लें तो क्या होगा? क्या मैकस्वीनी फिर से टीम में लौटेगा, या वह पीछे चला जाएगा? उन्हें खुलकर यह कहना चाहिए, "हमने उसे चुनने में गलती की।"