भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी की वापसी का इंतज़ार थोड़ा और लंबा हो गया है। जी हां, शमी की टखने की चोट अभी तक ठीक नहीं हो पाई है जिसके चलते उन्हें बंगाल के शुरुआती रणजी ट्रॉफी मुकाबलों के लिए नहीं चुना गया है। इस साल की शुरुआत में उनकी सर्जरी हुई थी, इसलिए 2023 वनडे वर्ल्ड कप के फाइनल मैच के बाद से वो क्रिकेट एक्शन से दूर हैं।
शमी ने पूरी तरह से ठीक होने और फिर मैदान पर लौटने का फैसला किया है। उन्होंने साफ तौर पर कहा था कि वो घरेलू क्रिकेट खेलना चाहते हैं और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वापसी के लिए अपनी फिटनेस का स्तर मापने के लिए उन्हें खेल के समय की जरूरत है। शमी ने कहा, "अगर मुझे अपनी फिटनेस परखने के लिए घरेलू क्रिकेट खेलने की जरूरत पड़ी, तो मैं खेलूंगा। सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि आगे जो भी हो, उसके लिए पूरी तरह से तैयार रहना, चाहे विरोधी टीम हो या फॉर्मेट।"
शमी के पहले दो रणजी मैचों से बाहर होने के बाद फैंस को ये डर भी सता रहा है कि कहीं शमी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाली बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी से भी बाहर ना हो जाएं। वहीं, शमी की अनुपलब्धता बंगाल के लिए बड़ा झटका है, लेकिन रिद्धिमान साहा और सुदीप चटर्जी जैसे अनुभवी खिलाड़ियों की वापसी से टीम को मज़बूती मिली है। विकेटकीपर बल्लेबाज। साहा ने 2007 से ही प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेला है। 2022 में CAB द्वारा प्रतिबंधित किए जाने के बाद वो बंगाल की टीम में वापस लौटे हैं। सुदीप चटर्जी की भी टीम में वापसी हुई है।