WATCH: 'मैंने रिटायरमेंट एक साल बाद ली लेकिन मैं उसी दिन रिटायर हो गया था', आखिरी मैच को लेकर धोनी ने तोड़ी चुप्पी
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने इंटरनेशनल क्रिकेट से अपनी रिटायरमेंट को लेकर चुप्पी तोड़ दी है। उन्होंने अपने आखिरी इंटरनेशनल मैच के बारे में भी बात की।
भारत के पूर्व कप्तान एमएस धोनी का आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच आईसीसी पुरुष क्रिकेट वर्ल्ड कप 2023 का सेमीफाइनल था जोकि न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला गया था। भारत को ये मैच जीतने के लिए 240 रनों का लक्ष्य मिला था और धोनी ही भारत के लिए आखिरी उम्मीद थे। लेकिन करोड़ों उम्मीदें तब धराशायी हो गईं जब मार्टिन गुप्टिल का डीप से थ्रो स्टंप्स पर लगा और धोनी क्रीज से कुछ इंच पीछे रह गए। धोनी के रन आउट होते ही भारत मैच हार गया और भारत का वर्ल्ड कप जीतने का सपना खत्म हो गया।
ये आखिरी बार था जब दुनिया ने धोनी को भारत की जर्सी में देखा था। हालांकि, धोनी ने अपनी इंटरनेशनल क्रिकेट से रिटायरमेंट का ऐलान एक साल बाद किया लेकिन वो अपने मन में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ मैच के बाद ही रिटायर हो चुके थे। ऐसा खुद धोनी ने खुलासा किया है। धोनी आमतौर पर एक शांत स्वभाव के व्यक्ति हैं और ऐसे व्यक्ति हैं जो अपनी भावनाओं को नहीं दिखाते हैं लेकिन अब उन्होंने चार साल बाद खुलासा किया कि उन्होंने ड्रेसिंग रूम में वापस जाते ही संन्यास की घोषणा करने का फैसला कर लिया था।
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धोनी ने एक कार्यक्रम में बोलते हुए कहा, "जब आप करीबी मैच हार जाते हैं तो भावनाओं पर काबू पाना मुश्किल होता है। मेरे लिए वो आखिरी दिन था जब मैं भारत के लिए खेला था। उस दिन मैंने (मेरे दिमाग में) संन्यास ले लिया था, हालांकि मैंने इसकी घोषणा एक साल बाद की थी। हमें कुछ मशीनें दी जाती हैं जिन्हें हम पहनते हैं। जब भी मैं इसे वापस करने के लिए ट्रेनर के पास गया, तो वो कहते रहे 'नहीं, आप इसे पहने रखो।' मैं सोचता था कि मैं इस व्यक्ति को कैसे बताऊं कि मुझे अब इसकी आवश्यकता नहीं है। मैं उस समय इसकी घोषणा नहीं करना चाहता था।''
MS Dhoni talking about his final day of International career.
— Johns. (@CricCrazyJohns) October 26, 2023
- A sad day in indian cricket history.....!!!!pic.twitter.com/QqaRCsYzIO
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आगे बोलते हुए धोनी ने कहा, "आप (रिटायरमेंट के दिन) भावनाओं में बह रहे होते हैं। पिछले 15 वर्षों में आपने जो एकमात्र काम किया है वो है अपने देश का प्रतिनिधित्व करना। फिर एक दिन आता है जब आपके देश का प्रतिनिधित्व करने का कोई मौका नहीं होता है। एक बार जब मैंने क्रिकेट छोड़ दिया तो मेरे पास कोई रास्ता नहीं था। कि मैं अपने देश का प्रतिनिधित्व करूंगा। इसलिए, इन सभी चीजों ने मुझे भावनाओं से भर दिया।"