श्रीलंका के दिग्गज क्रिकेटर मुथैया मुरलीधरन (Muttiah Muralitharan) क्रिकेट इतिहास के अब तक के सबसे महान स्पिनरों में से एक रहे हैं। अगर मुथैया मुरलीधरन के कैलिबर का कोई इंसान आपकी प्रशंसा करता है या आपकी गेंदबाजी की सराहना करता है, तो इसका मतलब साफ है कि हो ना हो आपमें कुछ ना कुछ बात तो जरूर है। भारत के पूर्व स्पिनर नीलेश कुलकर्णी ने मुथैया मुरलीधरन से शुभकामनाएं प्राप्त करने के उस पल को याद किया, जब वो उनके लिए कारगर साबित नहीं हुई।
स्पोर्टस्टार से बातचीत के दौरान नीलेश कुलकर्णी ने कहा, 'मारवन अटापट्टू और सनथ जयसूर्या शुरुआत में शानदार प्रदर्शन कर रहे थे। हमें लगभग एक घंटे गेंदबाजी करनी थी और हमारा ध्यान एक-दो विकेट हासिल करने पर था। मैं गेंदबाजी करने की उम्मीद नहीं कर रहा था। राजेश चौहान को आखिरी ओवर करना था, लेकिन मारवन ने पिछले ओवर की आखिरी दो गेंदों में सिंगल लिया, जिससे सचिन जो उस वक्त कप्तान थे उन्होंने अपना विचार बदल दिया और बाएं हाथ के स्पिनर को दाएं हाथ के लिए गेंदबाजी करने को कहा।'

