तेज गेंदबाजों के लिए NCA के पास खास प्रोग्राम, पारस म्हाम्ब्रे ने बताया कामयाबी का राज
वर्कलोड मैनजमेंट ने भारत को गेंदबाजी में मजबूती प्रदान की है और तेज गेंदबाजों को कभी भी टेस्ट क्रिकेट खेलने के लिए बुलाए जाने पर तैयार रखा है। जब शार्दुल ठाकुर पहले टेस्ट में चोटिल हुए थे तो भारत को
वर्कलोड मैनजमेंट ने भारत को गेंदबाजी में मजबूती प्रदान की है और तेज गेंदबाजों को कभी भी टेस्ट क्रिकेट खेलने के लिए बुलाए जाने पर तैयार रखा है।
जब शार्दुल ठाकुर पहले टेस्ट में चोटिल हुए थे तो भारत को दिक्कत नहीं हुई थी और उन्होंने इशांत शर्मा को दूसरे टेस्ट में अंतिम एकादश में जगह दी थी। इशांत ने प्रदर्शन भी किया। भारत के पास उमेश यादव के रूप में एक अनुभवी गेंदबाज भी मौजूद था।
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राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) में गेंदबाजी कोच के रूप में काम कर रहे पारस म्हाम्ब्रे ने कहा, "वर्कलोड मैनजमेंट से हमें मदद मिली। यह काफी जरूरी है जो हम पिछले कुछ वर्षो से कर रहे हैं। यह बड़ी चुनौती थी। इस दौरान हमने डाटा कलेक्ट किया है।"
उन्होंने कहा, "हमने ऐसा कुछ वर्षो पहले किया था जब मोहम्मद सिराज ने इंडिया ए टीम के लिए 60-70 विकेट लिए थे। उनका हमारे साथ बेहतरीन साल रहा है। निश्चित रूप से काम का बोझ बढ़ गया था। खिलाड़ियों के हित में हमने फैसला किया था कि हम उन्हें ब्रेक देंगे।" गेंदबाज कैसा प्रदर्शन कर रहे हैं इस पर नजर रखने के लिए डाटा और उसकी निगरानी महत्वपूर्ण है।
म्हाम्ब्रे ने कहा, "हमने सभी डाटा देखे हैं। यह पूरी तरह से स्ट्रेंथ एंड कंडीशनिंग (एस एंड सी) विभाग के साथ समन्वयित है। सभी चीजें कोचों और फिजियो देख रहे हैं। वह कब तक यहां रहने वाला है, प्रशिक्षण क्या है, क्या वह यहां पुनर्वसन के लिए है, क्या वह यहां कौशल विकास के लिए है। आप यह सारी जानकारी बताते रहते हैं और अगर एस एंड सी विभाग या फिजियो को लगता है कि कुछ गड़बड़ है, तो इसे कोचों को हाइलाइट किया जाता है और फिर यह राहुल द्रविड़ के पास जाता है। इसके बाद बैठकर हम फैसला लेते हैं कि हमें क्या एक्शन लेना है।"
उन्होंने कहा, "इसके बाद द्रविड़ संबंधित अधिकारी और बीसीसीआई और अधिकारियों से बात करते हैं।" यह मुख्य कोच रवि शास्त्री और कप्तान विराट कोहली के नेतृत्व में सीनियर टीम मैनजमेंट के साथ संक्षिप्त रूप से बात होती है। म्हाम्ब्रे ने कहा, "बातचीत का होना जरूरी है। एनसीए में हम सीनियर टीम मैनजमेंट के साथ काम करते हैं। इस शर्त पर कि उनकी क्या जरूरत है और ये द्रविड़ को इस बारे में बताते हैं।"
उन्होंने कहा, "अगर कोई चोटिल हो जाता है तो आपके पास लाइन में कई खिलाड़ी होते हैं और ये सभी टीम को जिताने के लिए अच्छे होते हैं।" म्हाम्ब्रे ने गेंदबाजों को फिट और तैयार रखने के लिए भारतीय टीम मैनजमेंट की भी सराहना की।