योयो टेस्ट (Yo-YO test) एक बार फिर से सुर्खियों में आ गया है। साल की शुरुआत में हुई रिव्यू मीटिंग में बीसीसीआई (BCCI) ने बड़े फैसले लेते हुए टीम इंडिया में सिलेक्शन के लिए योयो टेस्ट को अनिवार्य कर दिया है। ऐसे में अब जो खिलाड़ी इस टेस्ट को पास करेंगे वही टीम में जगह बना पाएंगे। इस बीच योयो टेस्ट से जुड़ी पूर्व भारतीय बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग (Virender Sehwag) का बयान वायरल हो गया है।
वीरेंद्र सहवाग ने अपने बयान में कहा था, 'मैं इन सारी चीज़ों से सहमत नहीं हूं। अगर ये मानदंड पहले मौजूद होते तो सचिन तेंदुलकर, वीवीएस लक्ष्मण और सौरव गांगुली जैसे खिलाड़ी तक इसे पास नहीं कर पाते। मैंने उन्हें कभी बीप टेस्ट पास करते नहीं देखा है। वे हमेशा 12.5 अंक से पीछे रह जाते। ऐसे में ये सिलेक्शन के लिए मानदंड नहीं होना चाहिए।'
बता दें कि खिलाड़ियों की फिटनेस और स्टेमिना को जांचने के लिए यो-यो टेस्ट एक नायाब तरीका है। टेक्नोलॉजी की मदद से होने वाले इस टेस्ट में 23 लेवल होते हैं, लेकिन खिलाड़ियों के लिए इसकी शुरुआत 5वें लेवल से होती है। विराट कोहली और मनीष पांडे हमेशा से ही योयो टेस्ट में अव्वल नंबरों से खरे उतरे हैं।
Jasprit Bumrah Is Back!#INDvSL #IndianCricket #TeamIndia #JaspritBumrah pic.twitter.com/V84x8Y25Fn
— CRICKETNMORE (@cricketnmore) January 3, 2023