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पर्याप्त सुरक्षा आश्वासन ना मिलने तक भारत नहीं आएगी पाक टीम

इस्लामाबाद, 10 मार्च | पाकिस्तान सरकार ने गुरुवार को भारतीय सरकार द्वारा पूर्ण सुरक्षा को लेकर सार्वजनिक आश्वासन ना मिलने तक अपनी पुरुष और महिला क्रिकेट टीम को टी-20 वर्ल्ड कप के लिए भारत ना भेजने का फैसला किया है।

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पर्याप्त सुरक्षा आश्वासन ना मिलने तक भारत नहीं आएगी पाक टीम
पर्याप्त सुरक्षा आश्वासन ना मिलने तक भारत नहीं आएगी पाक टीम ()
Saurabh Sharma
By Saurabh Sharma
Mar 10, 2016 • 11:36 PM

इस्लामाबाद, 10 मार्च | पाकिस्तान सरकार ने गुरुवार को भारतीय सरकार द्वारा पूर्ण सुरक्षा को लेकर सार्वजनिक आश्वासन ना मिलने तक अपनी पुरुष और महिला क्रिकेट टीम को टी-20 वर्ल्ड कप के लिए भारत ना भेजने का फैसला किया है। पाकिस्तान के गृह मंत्री चौधरी निसार ने गुरुवार को संवाददाताओं से कहा, "अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) दोनों काफी कोशिश कर रहे हैं लेकिन भारत सरकार द्वारा सुरक्षा का आश्वासन सबसे ज्यादा मायने रखता है। अभी तक उनकी तरफ से ऐसा कोई संदेश नहीं मिला है।"

उन्होंने कहा, "पाकिस्तानी टीम पूर्ण सुरक्षा का आश्वासन ना मिलने तक भारत नहीं जाएगी। भारत में पाकिस्तान टीम को खतरा है। कई समूह पाकिस्तान के मैचों को बाधित करने की धमकी दे रहे हैं। ऐसे में हम मैच कैसे खेल सकते हैं।"

इससे पहले पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने धर्मशाला से मैच कोलकाता में स्थानांतरित किए जाने के बाद गुरुवार को अपनी टीम को भारत भेजने का फैसला कर लिया था।

पाकिस्तान के अखबार द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने पीसीबी के अधिकारी के हवाले से कहा था, "पाकिस्तान टीम शुक्रवार को दुबई के लिए रवाना हो सकती है जहां से वह टी-20 विश्व कप में हिस्सा लेने कोलकाता जा सकती है।"

पीसीबी अध्यक्ष शहरयार खान ने गुरुवार को पाकिस्तान टीम के खिलाड़ियों से भी बात की और उन्हें अपने खेल पर ध्यान देने को कहा। खान ने खिलाड़ियों से कहा कि मौजूदा हालात 1999 जैसे हैं। टीम उस समय भारत गई थी और जीत कर लौटी थी।

पाकिस्तान टीम को मंगलवार शाम को ही भारत के लिए रवाना होना था लेकिन पीसीबी ने धर्मशाला में सुरक्षा हालात का जायजा लेने गई तीन सदस्यीय टीम की रिपोर्ट आने तक टीम को रोके रखा।

आईसीसी और बीसीसीआई ने बुधवार को 19 मार्च को धर्मशाला में होने वाले मैच को इसलिए कोलकाता स्थानांतरित कर दिया था क्योंकि सैनिक, पूर्व सैनिक और हिमाचल प्रदेश में कुछ नेता मैच के आयोजन के खिलाफ थे। धर्मशाला कांगड़ा जिले में है और यहां से बड़ी संख्या में सैनिक शहीद हुए हैं।

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने भी मैच के दौरान पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराने में असमर्थता जताई थी। भारत सरकार हालांकि मैच का आयोजन कराने के लिए अर्धसैनिक बलों की तैनाती करने को तैयार थी, लेकिन आईसीसी ने बुधवार को मैच कोलकाता स्थानांतरित करने की घोषणा कर दी।

कोलकाता में होने वाले मैच को लेकर भी धमकियां मिल रही हैं। एंटी टेररिस्ट फ्रंट ऑफ इंडिया (एटीएफआई) ने बुधवार को भारत-पाकिस्तान मैच से पहले पिच को नुकसान पहुंचाने की बात कही है। एटीएफआई का कहना है कि जब तक पाकिस्तान मुंबई, पठानकोट और हाल ही में पाम्पोर में हुए आतंकवादी हमलों के मास्टरमाइंड को भारत को नहीं सौंपता है तब तक वह पाकिस्तान टीम की मेजबानी का विरोध करता रहेगा।

Saurabh Sharma
By Saurabh Sharma
March 10, 2016 • 11:36 PM

एजेंसी

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