3 साल बाद फिर उठा सवाल, 2019 वर्ल्ड कप में धोनी को नंबर 7 पर क्यों भेजा?
2019 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ भारतीय टीम ने धोनी को नंबर सात पर भेजा था जिसको लेकर आज भी बवाल थमा नहीं है।
भारतीय फैंस अभी तक 2019 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड से मिली हार को भूल नहीं पाए हैं। उस सेमीफाइनल मुकाबले में भारतीय टीम की बैटिंग बुरी तरह से फ्लॉप साबित हुई थी और यहां तक कि टीम इंडिया की रणनीति को लेकर भी कई सवाल उठाए गए थे। इस मैच में एमएस धोनी को सातवें नंबर पर बल्लेबाज़ी के लिए भेजा गया था जिसको लेकर आज भी बवाल मच रहा है।
टीम इंडियो को फाइनल में पहुंचने के लिए 240 रनों का लक्ष्य मिला था। इस लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम ने जल्दी ही टॉप ऑऱ्र को गंवा दिया था। ऐसे में एमएस धोनी को भेजने की बजाय टीम प्रबंधन ने दिनेश कार्तिक और हार्दिक पांड्या को आगे भेजने का फैसला किया। उस समय भी इस फैसले की आलोचना हुई थी और अब एक बार फिर पार्थिव पटेल ने टीम मैनेजमेंट को उस गलती की याद दिलाई है।
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क्रिकबज्ज़ पर चर्चा के दौरान पूर्व विकेटकीपर-बल्लेबाज ने कहा, “2019 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में, हमने दिनेश कार्तिक को पांच और एमएस धोनी को सात पर बल्लेबाजी करने के लिए भेजा। मुझे नहीं पता कि एमएस धोनी ड्रेसिंग रूम से आपको कैसे मैच जितवा सकते हैं। जब आप चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल (2017) को देखते हैं, तो भारत ने उस विकेट पर पहले गेंदबाजी करने का फैसला करके गलती की। 2019 वर्ल्ड कप में, हमें अपनी टीम सही नहीं मिली क्योंकि हमें दो साल तक नंबर 4 बल्लेबाज नहीं मिला।"
इस शो में बोलते हुए, पार्थिव ने उन गलतियों की ओर इशारा किया जो टीम इंडिया ने पिछले कुछ सालों में की थी। उनका मानना है कि पिछले टी 20 वर्ल्ड कप में युजवेंद्र चहल को नहीं चुनना एक बहुत बड़ी गलती थी। ऐसे में पार्थिव पटेल का सीधा मानना है कि टी-20 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया को साफ रणनीति के साथ जाना चाहिए।