महानतम बल्लेबाजों में शुमार भारत के सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने कहा है कि युवा बल्लेबाज पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) का पैर और बल्ला गेंद पर देर से पहुंच रहे हैं जिसके कारण उनके पैर और बल्ले के बीच गैप रह जाता है और यह तब होता है जब बल्लेबाज के मन में काफी चीजें चल रही हों या फिर वो छोटी (शॉर्ट) गेंदों की उम्मीद लगा रहा हो। सचिन ने यह बात आईएएनएस को दिए इंटरव्यू में कही।
शॉ ने एडिलेड ओवल मैदान पर खेले गए पहले टेस्ट मैच में काफी निराश किया था। वह पहली पारी में खाता भी नहीं खोल पाए थे और दूसरी पारी में सिर्फ आठ रन बनाकर ही आउट हो गए थे। पहले टेस्ट में भारत को आठ विकेट से हार मिली थी। इस मैच की दूसरी पारी में भारत सिर्फ 36 रनों पर ही ऑल आउट हो गई थी जो टेस्ट की एक पारी में उसका न्यूनतम स्कोर है।
सचिन का मानना है कि इस तरह के प्रदर्शन से बाहर निकलना आसान नहीं है क्योंकि इस तरह के प्रदर्शन खिलाड़ी के साथ हमेशा से रहते हैं। उनका कहना है कि अगर खिलाड़ी दृढ़ता, अनुशासन और प्लानिंग को अपनाएं तो इससे टीम को अच्छा करने में मदद मिलेगी।