भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच अहमदाबाद में खेला गया चौथा टेस्ट मैच ड्रॉ हो गया जिसके चलते भारत ने चार मैचों की सीरीज 2-1 से जीतकर लगातार चौथी बार बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी अपने नाम कर ली। इस मैच के बाद भारत के पूर्व कप्तान और वर्तमान मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने शतकवीर विराट कोहली के साथ एक इंटरव्यू किया जिसमें विराट कोहली ने दिल खोलकर बातें की।
द्रविड़ ने BCCI.tv पर बात करते हुए विराट से पूछा, "मुझे पता है कि आप ऐसे व्यक्ति हैं जो अपने प्रदर्शन पर बहुत गर्व करते हैं और नियमित रूप से 100 रन बनाने की आदत रखते हैं। मुझे पता है कि COVID था, इसलिए, बहुत सारे टेस्ट मैच नहीं हुए, लेकिन इतने लंबे समय तक टेस्ट शतक नहीं बना पाना मुश्किल है। मुझे पता है कि हम नंबर्स को लेकर थोड़े जुनूनी हो जाते हैं। मुझे कुछ अन्य पारियों को देखना अच्छा लगता है। यहां तक कि केप टाउन में 70 रन भी वास्तव में अच्छी पारी थी। आपके दिमाग में ऐसी पारियां खेलते वक्त क्या चल रहा होता है?"
द्रविड़ के इस सवाल का जवाब देते हुए विराट ने कहा, "ईमानदारी से कहूं तो, मैंने अपनी कमियों के कारण जटिलताओं को थोड़ा बढ़ने दिया है। शतक तक पहुंचने की हताशा एक ऐसी चीज है जो एक बल्लेबाज के रूप में आप पर बढ़ सकती है। मैं कुछ हद तक अपने साथ ऐसा होने देता हूं। लेकिन इसका दूसरा पहलू ये है कि, मैं ऐसा व्यक्ति नहीं हूं जो 40-45 से खुश हो जाता है। मैं टीम के लिए प्रदर्शन करने में बहुत गर्व महसूस करता हूं। ऐसा नहीं है कि विराट कोहली को कब अलग खड़ा होना चाहिए। जब मैं 40 रन पर बल्लेबाजी कर रहा होता हूं, तो मुझे पता है कि मैं 150 बना सकता हूं। ये बात मुझे बहुत खाए जा रही थी कि मैं टीम के लिए इतना बड़ा स्कोर क्यों नहीं बना पा रहा हूं? क्योंकि मुझे इस बात का गर्व था कि जब टीम को मेरी जरूरत थी, मैं खड़ा हुआ। सच्चाई ये है कि मैं ऐसा करने में सक्षम नहीं था, इसलिए मैं परेशान था।"
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— BCCI (@BCCI) March 14, 2023
A special post series-win chat with #TeamIndia Head Coach Rahul Dravid & @imVkohli at the Narendra Modi Stadium, Ahmedabad - By @RajalArora
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