इस बड़े बल्लेबाज को आउट होता देख वेंकटेश अय्यर रोते-रोते बीमार पड़ गए थे
आईपीएल के पहले हाफ में केकेआर के लिए कुछ भी अच्छा नहीं चल रहा था और फिर दूसरे हाफ में केकेआर ने धमाकेदार प्रदर्शन करते हुए न सिर्फ प्लेऑफ में अपनी जगह बनाई बल्कि तीसरी बार फाइनल में पहुंचाया। केकेआर
आईपीएल के पहले हाफ में केकेआर के लिए कुछ भी अच्छा नहीं चल रहा था और फिर दूसरे हाफ में केकेआर ने धमाकेदार प्रदर्शन करते हुए न सिर्फ प्लेऑफ में अपनी जगह बनाई बल्कि तीसरी बार फाइनल में पहुंचाया।
केकेआर को हालांकि फाइनल में चेन्नई सुपर किंग्स के हाथों हार का सामना करना पड़ा लेकिन इनकी टीम के लिए बाएं हाथ के ओपनिंग बल्लेबाज वेंकटेश अय्यर ने जिस तरह की बल्लेबाजी की वो बेहद ही यादगार रहा और उन्होंने दूसरे हाफ में खेलते हुए 10 मैचों में कुल 370 रन बनाए जिसमें 4 अर्धशतक शामिल हैं।
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इंडियन एक्सप्रेस के साथ एक खास बातचीत में अय्यर ने अपने क्रिकेट के दिनों के कई दिलचस्प किस्सों का खुलासा किया। उन्होंने कहा कि वो बहुत खुश हुए जब उनके माता-पिता ने कहा कि वो क्रिकेट को अपना करियर चुन सकते हैं। उन्होंने कहा कि शुरुआत की दिनों में उन्हें बहुत परेशानी हुई थी लेकिन इसके बावजूद परिवार ने उन्हें कभी भी क्रिकेट खेलने से नहीं रोका।
वेंकटेश के पिता राजशेखरन ने बात करते हुए कहा कि केकेआर का यह बल्लेबाज बचपन से ही सौरव गांगुली का बहुत बड़ा फैन रहा है।
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उनके पिता ने एक घटना को याद करते हुए कहा," एक बार भारत और ऑस्ट्रेलिया का मैच चल रहा था वेंकटेश गांगुली का बहुत बड़ा फैन था। गांगुली जल्दी आउट हो गए और वेंकटेश अय्यर रोने लगे। वो उस दिन बीमार भी पड़ गया था। हमनें उससे कहा कि वो चिंता न करें गांगुली अगले मैच में अच्छा स्कोर बनाएंगे लेकिन वो दो दिनों तक दुखी रहे। इसलिए खेल के प्रति उसके लगाव को देखकर हमने पास के एकेडमी में उसकी भर्ती करवा दी।"