Advertisement
Advertisement
Advertisement

'अर्जुन तेंदुलकर के खून में क्रिकेट है, नहीं छोड़ूंगा उसका पीछा', योगराज सिंह ने किया ऐलान

युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह ने 15 दिन सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर के साथ बिताए जिसके बाद जूनियर तेंदुलकर की बैटिंग में निखार आया और उन्होंने शतक जड़ दिया।

Advertisement
Cricket Image for Ranji Trophy Yograj Singh On Sachin Tendulkar Son Arjun Tendulkar
Cricket Image for Ranji Trophy Yograj Singh On Sachin Tendulkar Son Arjun Tendulkar (Yograj Singh and Arjun Tendulkar)
Prabhat  Sharma
By Prabhat Sharma
Dec 18, 2022 • 01:48 PM

Ranji Trophy: सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) के बेटे अर्जुन तेंदुलकर (Arjun Tendulkar) सुर्खियों में हैं। गोवा के लिए नंबर 7 पर बैटिंग करते रणजी ट्राफी टूर्नामेंट में राजस्थान के खिलाफ अर्जुन तेंदुलकर ने शतक जड़ा जिसका श्रेय युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह की कड़ी ट्रेनिंग को दिया जा रहा है। योगराज सिंह ने ही अर्जुन तेंदुलकर के अंदर छिपे बल्लेबाज को पहचाना और उन्हें प्रेरणा दी। इस बीच योगराज सिंह ने कहा है कि वो अर्जुन का पीछा तब तक नहीं छोड़ेगें जब तक कि वो उनको महान प्लेयर ना बना दें।

Prabhat  Sharma
By Prabhat Sharma
December 18, 2022 • 01:48 PM

टीवी 9 भारतवर्ष को दिए इंटरव्यू के दौरान योगराज सिंह ने कहा, 'मैं एक बात कहना चाहता हूं कुछ भी हो जाए मैं अर्जुन का पीछा छोड़ने वाला नहीं हूं। उसके लिए मुझे मुंबई जाना पड़े गोवा जाना पड़े या कहीं और मैं अर्जुन तेंदुलकर का पीछा तब तक करूंगा जब तक वो दुनिया का बादशाह प्लेयर नहीं बनता। ये मेरा सपना है मेरे लिए आपलोग दुआ करें।'

Trending

योगराज सिंह ने इसी इंटरव्यू के दौरान अर्जुन के बैटिंग की तारीफ करते हुए कहा, 'मुझे हैरानी थी कि कोई उसकी बैटिंग पर ध्यान क्यों नहीं दे रहा था। वो इतना बड़ा बल्लेबाज बन सकता है जैसा वर्ल्ड क्रिकेट में अबतक नहीं आया है। उसकी जो कद-काठी है उसकी जो ताकत है। उसके खून में जो क्रिकेट है वो दुनिया का बादशाह क्रिकेटर बनेगा आप मेरी बात याद रखना।'

यह भी पढ़ें: Ranji Trophy: अर्जुन तेंदुलकर ने ठोका तूफानी शतक, खटखटाया टीम इंडिया का दरवाजा

योगराज सिंह ने आगे कहा, 'आप विश्वास नहीं करोगे जिस ताकत से अर्जुन बल्लेबाजी कर रहा था मुझे हैरानी हुई कि कोई उसकी बैटिंग पर ध्यान क्यों नहीं दे रहा है। मैंने उसके कोच को बुलाकर कहा कि आपके पास इतना बड़ा प्लयेर बतौर बल्लेबाज है। इसको ओपन करवाओ। इस बच्चे में इतनी आग है कोई इसपर ध्यान नहीं दे रहा है। उसने मेरी बात सुननी शुरू की हमनें बातें शुरू की और वो बातें घंटो भर चलती रही।'

Advertisement

Advertisement