भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में अनुभवी रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) की जगह वॉशिंगटन सुंदर (Washington Sundar) को खिलाया था। अब इस फैसले की तारीफ पूर्व भारतीय ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) ने करते हुए कहा है कि वे सुंदर को भविष्य के लिए तैयार करके सही काम कर रहे हैं।
हरभजन ने कहा कि, "मुझे लगता है कि उनकी (टीम मैनेजमेंट और चयनकर्ताओं की) लंबी योजना यही है। रविचंद्रन अश्विन ने भारत के लिए खेलते हुए अपने करियर में सभी विकेट लेने का अभूतपूर्व काम किया है। लेकिन अब जब वह 38 साल की उम्र में हैं, तो इसीलिए उन्होंने वॉशिंगटन सुंदर को अपने साथ रखा है क्योंकि जब भी अश्विन रिटायर होंगे। टीम सोचती है कि उन्हें वॉशिंगटन को तैयार करना है, इसलिए मुझे लगता है कि वे उसी रास्ते पर काम कर रहे हैं।"
पर्थ में खेले गए पहले टेस्ट मैच में सुंदर भारत की प्लेइंग इलेवन में एकमात्र स्पिनर थे और उन्होंने मैच में अच्छा प्रदर्शन किया। बल्ले से उन्होंने पहली पारी में 4 और दूसरी पारी में 29 रन का योगदान दिया। वहीं गेंदबाजी करते हुए पहली पारी में उन्हें कोई विकेट नहीं मिला जबकि दूसरी पारी में उन्होंने 48 रन देकर दो विकेट लिए।