पूर्व भारतीय ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने 2024-25 बॉर्डर-गावस्कर सीरीज़ के दौरान अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेकर दुनिया को चौंका दिया था। ब्रिस्बेन के गाबा में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच से पहले, उन्होंने पांच मैचों के दौरे में केवल दूसरा टेस्ट खेला था। 14 साल तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में खेलने के बाद, अश्विन ने सभी प्रारूपों में 287 मैच खेले और 765 विकेट लिए।
टेस्ट क्रिकेट में, उन्होंने 537 विकेट लिए, जिससे वो अनिल कुंबले के बाद भारत के लिए इस प्रारूप में दूसरे सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज़ बन गए। अश्विन की रिटायरमेंट के बाद हर किसी के मन में ये सवाल घूम रहा था कि आखिर उन्होंने सीरीज के बीच में अचानक क्योंं संन्यास लिया। अब अश्विन ने खुद इस सवाल का जवाब दिया है।
हाल ही में पूर्व भारतीय कप्तान और मुख्य कोच राहुल द्रविड़ के साथ बातचीत के दौरान, अश्विन ने कहा कि संन्यास का विचार उनके मन में काफी समय से था। हालांकि, विदेशी दौरों पर बाहर बैठने से तंग आकर उन्होंने आखिरकार यह फैसला लिया। अपनी यूट्यूब सीरीज़ कुट्टी स्टोरीज़ के ताज़ा एपिसोड में बोलते हुए उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि ये बस समय की बात थी और मैं अपनी ज़िंदगी में कहां खड़ा था, है ना? मुझे लगता है कि मैं काफ़ी बूढ़ा हो गया था, ये तो मानना ही पड़ेगा।"