भारत के पूर्व तेज़ गेंदबाज़ शांताकुमारन श्रीसंत ने हाल ही में 2008 आईपीएल के बदनाम “स्लैपगेट” मामले के बारे में खुलकर बात की। उन्होंने बताया कि उस मैच के दौरान पूर्व स्पिनर हरभजन सिंह के मारने के बाद भी उन्होंने बदला क्यों नहीं लिया। केरल के क्रिकेटर ने कहा कि उनसे अक्सर पूछा जाता है, खासकर मलयाली लोग उनसे बहुत बार पूछते हैं, कि मैदान पर अपनी अग्रेसिव पर्सनैलिटी के बावजूद उन्होंने जवाब क्यों नहीं दिया।
ये घटना मोहाली में आईपीएल के पहले सीज़न के दौरान हुई थी, जब मुंबई इंडियंस के उस समय के कैप्टन हरभजन ने किंग्स इलेवन पंजाब के मुंबई इंडियंस को हराने के बाद श्रीसंत को थप्पड़ मारा था। श्रीसंत को लाइव टेलीविज़न पर रोते हुए देखा गया था और ये मामला जल्द ही लीग का पहला बड़ा विवाद बन गया। हालांकि, इस झड़प की खूब रिपोर्टिंग हुई, लेकिन वीडियो फुटेज 18 साल तक छिपा रहा, जिसे बीसीसीआई और ब्रॉडकास्टर्स ने आर्काइव कर लिया।
ये विवाद इस साल की शुरुआत में फिर से सामने आया जब आईपीएल के पूर्व चेयरमैन ललित मोदी ने माइकल क्लार्क के बियॉन्ड 23 पॉडकास्ट पर अनदेखी क्लिप जारी की, जिस पर फैंस और इसमें शामिल परिवारों के रिएक्शन आए, जिसमें श्रीसंत की पत्नी और खुद हरभजन भी शामिल थे। लंबे समय से उठ रहे सवालों का जवाब देते हुए कि उन्होंने रिएक्ट क्यों नहीं किया, श्रीसंत ने कहा कि खासकर मलयाली फैंस ने उनकी चुप्पी की बुराई की थी।