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शिखर धवन ने कहा-'मैं टीम पर बोझ नहीं बनूंगा', फैन बोला-'काश कोहली ऐसा सोचता'

शिखर धवन (Shikhar dhawan) को वेस्टइंडीज के खिलाफ 3 मैचों की वनडे सीरीज के लिए टीम का कप्तान बनाया गया था। वहीं जिम्बाब्वे के खिलाफ भी शिखर धवन टीम इंडिया के कप्तान हैं।

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Cricket Image for Shikhar dhawan want to be an asset for indian team fans troll virat kohli
Cricket Image for Shikhar dhawan want to be an asset for indian team fans troll virat kohli (Shikhar dhawan)
Prabhat  Sharma
By Prabhat Sharma
Aug 10, 2022 • 02:51 PM

टीम इंडिया के दिग्गज खिलाड़ी शिखर धवन (Shikhar dhawan) भारत के लिए फिलहाल केवल वनडे क्रिकेट में मैदान पर जलवे बिखेरते नजर आते हैं। 36 साल के शिखर धवन ने सिर्फ एक फॉर्मेट में खेलने पर चुप्पी तोड़ी है। शिखर धवन ने कहा है कि उनका फोकस खुदको बेहतर करने पर होता है।

Prabhat  Sharma
By Prabhat Sharma
August 10, 2022 • 02:51 PM

शिखर धवन ने पीटीआई के साथ बातचीत के दौरान कहा, 'जब तक मैं भारत के लिए खेल रहा हूं, मैं टीम के लिए उपयोगी बनना चाहता हूं ना कि टीम पर बोझ। मैं एक शांत, परिपक्व व्यक्ति हूं। प्रदर्शन मेरे अनुभव का प्रतिबिंब है। मेरे बेसिक्स काफी मजबूत हैं और मैंने अपनी तकनीक में सुधार के लिए काफी मेहनत की है। एक फॉर्मेट को समझना बहुत महत्वपूर्ण है। मैं वनडे फॉर्मेट की गतिशीलता को समझता हूं और इससे मुझे बहुत मदद मिली है।'

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शिखर धवन ने आगे कहा, 'मैंने अपने जहन में इस भावना को कभी न आने दिया कि 'हे भगवान, मैं केवल एक फॉर्मेट खेल रहा हूं या लंबे समय के बाद एक ओडीआई सीरीज खेल रहा हूं। क्या मेरा शरीर इंटरनेशनल क्रिकेट की कठोरता का अच्छी तरह से जवाब देगा या नहीं? सच कहूं तो, मुझे इन विचारों को एंटरटेन करना पसंद नहीं है।' शिखर धवन के इस बयान के बाद लोग विराट कोहली को ट्रोल कर रहे हैं। आएं नजर डालते हैं कुछ कमेंट्स पर-

शिखर धवन ने कहा, 'मैं इसे इस तरह देखता हूं। अगर मैं दो महीने या तीन महीने के अंतराल के बाद एक फॉर्मेट खेल रहा हूं, तो यह मुझे हमेशा तरोताजा रहने और मैच के लिए पूरी तरह से फिट होने का मौका देता है, मेरे खेल पर काम करने के लिए भी ये मुझे टाइम देता है।'

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शिखर धवन ने कहा, 'मैं हमेशा खुदको मिले आशीर्वाद को गिनता हूं और अगर मैं भारत के लिए एक फॉर्मेट ही खेल रहा हूं तो मुझे इसका अधिकतम लाभ उठाने की कोशिश करनी चाहिए और अपना सब कुछ देना चाहिए। मैं बहुत पॉजिटिव इंसान हूं। आपको मेरे शरीर में कोई नकारात्मक हड्डी नहीं मिलेगी। मुझे लगता है कि अब, 36 साल की उम्र में, मैं पहले से कहीं ज्यादा फिट हूं और कौशल के लिहाज से भी, मैं बेहतर हो गया हूं।'

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