'श्रीलंका 12 प्लेयर्स के साथ खेल रहा था', आखिर मलिंगा ने ऐसा क्यों कहा ?
श्रीलंका के 20 वर्षीय ऑलराउंडर दुनिथ वेल्लालागे ने भारत के खिलाफ अपने प्रदर्शन से हर किसी को अपना दीवाना बना लिया है। उनका ऑलराउंड खेल देखकर लसिथ मलिंगा ने भी उनकी तारीफ की है।
एशिया कप 2023 के सुपर-4 राउंड के चौथे मुकाबले में बेशक श्रीलंका को भारत से 41 रनों से हार का सामना करना पड़ा हो लेकिन इस मैच में एक श्रीलंकाई खिलाड़ी दुनियाभर के दिल जीतने में कोई कसर नहीं छोड़ी। जी हां, हम बात कर रहे हैं दुनिथ वेल्लालागे की जिन्होंने गेंद और बल्ले से कमाल का प्रदर्शन किया लेकिन उनका ऑलराउंड प्रदर्शन भी उनकी टीम को जीत नहीं दिला सका।
वेल्लालागे ने इस मैच में 10 ओवर्स में 40 रन देकर पांच विकेट लिए और बाद में बल्ले से नाबाद 42 रनों की पारी खेली। उन्हें उनके इस शानदार प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द मैच भी दिया गया और यही कारण है कि उनकी चौतरफा तारीफ हो रही है। इसी कड़ी में श्रीलंका के पूर्व महान गेंदबाज लसिथ मलिंगा ने भी उनकी तारीफ की है।
Trending
मलिंगा ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से ट्वीट करते हुए लिखा, "ये कहना उचित है कि श्रीलंका ने आज 12 खिलाड़ियों के साथ खेला। दुनिथ कितना अच्छा था, उसके पास अपने युवा कंधों पर अपने हरफनमौला कौशल सेट के साथ शानदार प्रतिभा है। मेरा मानना है कि वो अगले दशक के लिए वनडे में श्रीलंका के लिए सबसे महत्वपूर्ण खिलाड़ी बनने की राह पर है।”
It’s fair to say that SL played with 12 players today. That’s how good Dunith was
— Lasith Malinga (@malinga_ninety9) September 12, 2023
He’s got a brilliant head on his young shoulders to go with his all-round skill set.
I believe he’s on his way to becoming the most important player for SL in ODIs for the next decade#INDvSL
Also Read: Live Score
फिलहाल जिस तरह से वेल्लालागे खेल रहे हैं उसे देखकर ऐसा लगता है कि वो ना सिर्फ आगामी वर्ल्ड कप में भारतीय पिचों पर असरदार साबित होंगे बल्कि श्रीलंका के लिए ट्रंपकार्ड भी साबित हो सकते हैं। वेल्लालागे पहली बार 2022 U19 विश्व कप में श्रीलंका की कप्तानी करते हुए दिखे थे। उन्होंने टूर्नामेंट के दौरान बल्ले और गेंद दोनों से योगदान दिया और सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बने। उन्होंने उस टूर्नामेंट के दौरान छह मैचों में 13.58 की प्रभावशाली औसत से 17 विकेट लिए। उन्होंने टूर्नामेंट में 44 की औसत से 264 रन भी बनाए और श्रीलंका के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बने थे।