खुशी है कि ऑस्ट्रेलिया ने एलेक्स को मौका दिया : पेन
Test Match: ऑस्ट्रेलिया के पूर्व टेस्ट कप्तान टिम पेन यह देखकर खुश थे कि ऑस्ट्रेलियाई चयन समिति ने 14 दिसंबर से पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में शुरू होने वाले पहले टेस्ट के लिए टीम में मुख्य विकेटकीपर-बल्लेबाज के रूप में
Test Match: ऑस्ट्रेलिया के पूर्व टेस्ट कप्तान टिम पेन यह देखकर खुश थे कि ऑस्ट्रेलियाई चयन समिति ने 14 दिसंबर से पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में शुरू होने वाले पहले टेस्ट के लिए टीम में मुख्य विकेटकीपर-बल्लेबाज के रूप में एलेक्स कैरी को शामिल किया है।
टिम पेन ने अपना आखिरी टेस्ट साल 2021 में खेला था। उनके बाद कैरी ऑस्ट्रेलिया के रेड-बॉल विकेटकीपर हैं। लेकिन, वनडे और टी20 में उनकी जगह जोश इंगलिस को मिल गई है।
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कैरी ने हाल ही में पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट की तैयारी के लिए पिछले हफ्ते शेफील्ड शील्ड मुकाबले में विक्टोरिया के खिलाफ दक्षिण ऑस्ट्रेलिया के लिए 81 रन बनाए।
पेन ने एसईएन रेडियो पर कहा, "एलेक्स कैरी, जैसा कि हमने बताया वो अभी भी बतौर टेस्ट कीपर पहली पंसद हैं। सफेद गेंद क्रिकेट में उनका समय बहुत अच्छा नहीं रहा है, लेकिन मुझे नहीं लगता कि उनका एशेज फॉर्म इतना खराब था कि उन्हें इसके लिए नहीं चुना जाएगा।
उन्होंने शेफील्ड शील्ड में 80 रन की शानदार पारी खेली। मुझे लगा कि एशेज श्रृंखला में उनकी कीपिंग बिल्कुल उत्कृष्ट थी। इसलिए, मुझे खुशी है कि वे उसके साथ बने रहे।"
एक अन्य खिलाड़ी जिनके टेस्ट स्थान पर सवाल उठाया गया था। वह अनुभवी सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर हैं, जिन्होंने सिडनी में पाकिस्तान के खिलाफ तीन टेस्ट मैचों की श्रृंखला समाप्त होने के बाद प्रारूप से संन्यास लेने की इच्छा व्यक्त की है।
पेन का मानना है कि चयनकर्ताओं ने वॉर्नर को टीम में बनाए रखकर सही फैसला लिया।
पेन ने कहा, "मुझे लगता है कि लीड-अप में यह बिल्कुल स्पष्ट था कि वॉर्नर खेलने जा रहे थे। उनका विश्व कप फॉर्म शानदार था। मुझे पता है कि ये अलग-अलग प्रारूप हैं, लेकिन वॉर्नर इस स्थान के लिए बेस्ट हैं।
14-सदस्यीय टीम में एक दिलचस्प जुड़ाव तेज़ गेंदबाज़ लांस मॉरिस का था, लेकिन पेन को नहीं लगता कि वह इस स्तर पर टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण करेंगे।
इन दिनों ऑस्ट्रेलिया के लिए लांस मॉरिस के डेब्यू की चर्चा चल रही है। लेकिन पेन को लगता है कि अगर ऑस्ट्रेलियाई टीम अपने सर्वश्रेष्ठ तीन तेज़ गेंदबाज़ों को चुनती है, तो उन्हें प्लेइंग-11 में जगह मिलना मुश्किल है।