Lucknow Super Giants: युवा भारतीय टीम का सबसे बड़ा और पहला टेस्ट 20 जून से इंग्लैंड के खिलाफ शुरू होने वाली पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले टेस्ट से होने जा रहा है। इस युवा टेस्ट टीम में पहली बार चुने गए बाएं हाथ के तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह पर जसप्रीत बुमराह के कार्य प्रबंधन को देखते हुए अधिक जिम्मेदारी हो सकती है लेकिन इस जिम्मेदारी के लिए उन्होंने पिछले दो साल से कड़ी मेहनत की थी और उनके कोच जसवंत राय को लगता है कि अब उसको अमलीजामा पहनाने का समय आ गया है।
ईएसपीएन क्रिकइंफो से बातचीत के दौरान राय ने कहा, "अर्शदीप जब अंडर-19 विश्व कप जीते थे तो उस समय टीम के कोच राहुल द्रविड़ थे। राहुल जानते थे कि अर्शदीप में आगे आने वाले समय में लाल गेंद क्रिकेट में भी लंबा खेलने की क्षमता है। इसके बाद जब अर्शदीप सिंह सफेद गेंद क्रिकेट खेले तो राहुल तब टीम इंडिया के ही कोच थे और उन्होंने अर्शदीप की तरक्की को करीब से देखा था। तब ही द्रविड़ ने उनसे अब टेस्ट क्रिकेट की तैयारी करने को कहा था। राहुल ने ही 2023 में उनको केंट से काउंटी क्रिकेट खिलाने में मदद की, जहां उन्होंने काफी अच्छी इकॉनमी से बेहतरीन गेंदबाजी की।"
अर्शदीप के पास केवल 21 प्रथम श्रेणी मैचों का अनुभव है जहां उनके नाम 30,37 की औसत से 66 विकेट हैं और इस दौरान उन्होंने दो बार पंजा भी निकाला है। पिछले सीजन भी टीम इंडिया के साथ अधिक समय बिताने की वजह से वह केवल पांच प्रथम श्रेणी मैच खेल पाए, जिसमें दो रणजी ट्रॉफी और तीन दलीप ट्रॉफी मैच शामिल थे। अर्शदीप ने दलीप ट्रॉफी में तीन मैचों में 21 की औसत से कुल 13 विकेट चटकाए। वहीं दो रणजी ट्रॉफी मुकाबलों में उन्होंने उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के खिलाफ 2-2 विकेट चटकाए।