Border Gavaskar Trophy: नैथन मैकस्वीनी ने अपने दिल का दर्द बयां किया है कि कैसे भारत के ख़िलाफ़ तीन टेस्ट खेलने के बाद उन्हें टीम से बाहर होना कितना परेशान कर रहा है। हालांकि वह एक बार फिर टेस्ट में वापसी करने का मज़बूत इरादा रखते हैं।
ऑस्ट्रेलिया ए और भारत ए के बीच हुए मुक़ाबले से पहले कभी भी मैकस्वीनी ने सलामी बल्लेबाज़ की भूमिका नहीं निभाई थी। इसके बाद भारत के ख़िलाफ़ तीन मैचों में भी वह ओपनर रहे लेकिन अब उन्हें 19 वर्षीय सैम कोंस्टास के लिए टीम से बाहर कर दिया गया है। इस बात की पूरी संभावना है कि मेलबर्न में बॉक्सिंग डे टेस्ट में कोंस्टास ही पारी का आग़ाज़ करेंगे।
मैकस्वीनी ने छह पारियों में महज़ 72 रन बनाए थे, हालांकि बल्लेबाज़ी के लिए परिस्थितियां मुश्किल थीं लेकिन चयनकर्ताओं को टॉप ऑर्डर से ज़्यादा उम्मीदें थी लिहाज़ा ख़ामियाज़ा मैकस्वीनी को भुगतना पड़ा है।