गावस्कर ने भारतीय टीम पर किया तीखा हमला, वेस्टइंडीज को 2-0, 3-0 से हराने का कोई मतलब नहीं
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 209 रन के विशाल अंतर से हरा दिया था। इस हार के बाद भारतीय टीम की काफी आलोचना हुई थी।
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 209 रन के विशाल अंतर से हरा दिया था। इस हार के बाद भारतीय टीम की काफी आलोचना हुई थी। कई पूर्व क्रिकेटर्स ने भी भारतीय टीम के प्रदर्शन पर निराशा जताई थी। इस लिस्ट में पूर्व भारतीय खिलाड़ी सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) का नाम शामिल है। उन्होंने कहा है कि अगर फिर से ऑस्ट्रेलिया से हारना है तो वेस्टइंडीज को हराकर क्या फायदा मिलेगा। भारत अब जुलाई में वेस्टइंडीज के दौरे पर जाएगा और दो मैचों की टेस्ट सीरीज खेलेगा। इसके अलावा भारत दौरे पर 3 वनडे और 5 टी20 इंटरनेशनल मैचों की सीरीज भी खेलेगा।
पूर्व सलामी बल्लेबाज ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा "आपको ऐसे ही इस हार को नहीं भुलाना चाहिए, वेस्टइंडीज दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीम नहीं है। आप बस जाएं और उन्हें 2-0, 3-0 से हरा दें, चाहे जो भी मैच हों, उसका कोई फायदा होने वाला नहीं हैं, क्योंकि फिर से जब आप अच्छी टीम के सामने फाइनल खेलेंगे या अगर ऑस्ट्रेलिया से ही खेलेंगे तो आप वही गलतियां फिर से दोबारा करेंगे। इस तरह आप ट्रॉफी कैसे जीतने में सफल होंगे।"
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Sunil Gavaskar speaking his heart out.
— Arya Harish (@iAryaHarish) June 11, 2023
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सुनील गावस्कर ने आगे बताया, "मैं ऐसी टीम के साथ खेला हूं, जहां हम 42 रन पर ढेर हो गए थे और ड्रेसिंग रुम में हमारी हालत खराब हो जाया करती थी। हमारी जमकर आलोचना हुआ करती थी , और मेरा मानना है अभी की स्थिति उससे अलग है। उन्हें यह सोचना होगा की कहां क्या गलती हुई है, कैसे वह सब आउट हो गए, क्यों वह कैच पकड़ने में सफल नहीं हुए, गेंदबाजी में क्या कमी रही और क्या इस प्लेइंग 11 के साथ खेलमे का फैसला सही था। इन सभी चीजों के बारे में उनको सोचना पड़ेगा।"
इससे पहले, भारत के पूर्व कप्तान ने खराब शॉट चयन के लिए विराट कोहली की आलोचना की थी। विराट WTC फाइनल के 5वें दिन स्कॉट बोलैंड की गेंद पर गलत शॉट खेलने के कारण आउट हो गए थे। उन्होंने कहा, "स्कॉट बोलैंड ने आसानी से विराट को अपने जाल में फंसा लियाया। वह एक बेहद साधारण शॉट था। वह उस समय तक ऑफ-स्टंप के बाहर की गेंदों को छोड़ रहे थे लेकिन, उन्होंने मौका दिखते ही अपना पसंदीदा शॉट खेला। यह हो सकता है की शायद विराट अपने अर्धशतक को लेकर घबरा गए होंगे, उन्हें अर्धशतक पूरा करने के लिए केवल एक रन ही चाहिए था। यह तब होता है जब आप अगर आप एक नए कीर्तिमान के करीब होते हैं।"