रो पड़े थी टी नटराजन, तेज गेंदबाज ने बताया T20I सीरीज जीत के बाद कप्तान विराट कोहली से ट्रॉफी मिलने का किस्सा
भारत के तेज गेंदबाज टी नटराजन (T Natarajan) का ऑस्ट्रेलिया दौरा शानदार रहा, जहां उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट्स में डेब्यू किया। नटराजन ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2020 में सनराइजर्स हैदराबाद के लिए...
भारत के तेज गेंदबाज टी नटराजन (T Natarajan) का ऑस्ट्रेलिया दौरा शानदार रहा, जहां उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट्स में डेब्यू किया। नटराजन ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2020 में सनराइजर्स हैदराबाद के लिए खेलते हुए शानदार प्रदर्शन किया था और 16 मैचों में 26 विकेट अपने खाते में डाले थे।
आईपीएल में अच्छे प्रदर्शन के चलते उन्हें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारतीय टीम में जगह मिली। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज के तीसरे मैच से उन्होंने भारत के लिए इंटरनेशनल डेब्यू किया।
Trending
क्रिकबज की खबर के अनुसार नटराजन ने रिपोर्टर्स से बाचचीत में कहा, " मुझे अचानक एक मौका दिया गया था, मुझे वहां कैनबरा में अपने वनडे डेब्यू की उम्मीद नहीं थी।”
नटराजन ने आगे कहा, " मैनेजमेंट ने मुझे अचानक बाताया कि मैं खेलूंगा और उससे मेरे ऊपर दबाव था। लेकिन मैं इस मौके का पूरा फायदा उठाना चाहता था इसलिए मैंने अपना ध्यान उसपर लगाया। वह पहली विकेट और उसके बाद जो भी हुआ सब मेरे लिए एक सपने जैसा रहा।”
वनडे डेब्यू में शानदार प्रदर्शन के बाद नटराजन को टी-20 सीरीज के तीनों मैचों के प्लेइंग XI में जगह मिली। भारत के 2-1 से सीरीज जीतने के बाद कप्तान विराट कोहली ने सेलिब्रेशन के दौरान ट्रॉफी नटराजन के हाथों में सौंप दी थी।
नटराजन ने कहा, " मैंने कभी इसकी उम्मीद नहीं की थी। मुझे उम्मीद नहीं थी कि विराट कोहली मेरे पास आएंगे और ट्रॉफी मुझे सौंप देंगे, मैं बस एक तरफ खड़ा हुआ था। मेरी आंखों मैं आसू आ गए थे जब कोहली जैसा लैजेंड खिलाड़ी मेरे पास आया औऱ मुझे ट्रॉफी सौंपी। वो बहुत अच्छा अहसास था, जिसका मैं वर्णन नहीं कर सकता।”
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ गाबा में खेले गए चौथे और आखिरी टेस्ट में नटराजन को टेस्ट डेब्यू का मौका भी मिला। उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया,जो भारत को मिली 2-1 की एतेहासिक जीत में अहम साबित हुआ।
नटराजन ने कहा, " अपने बच्चे का जन्म के समय भारत में ना होना मेरे लिए मुश्किल था। लेकिन मेरी पत्नी और मेरे परिवार के लिए देश का प्रतिनिधित्व करना ज्यादा खुशी देने वाला था।