टीम इंडिया ने 10 साल से नहीं जीती है ICC ट्रॉफी, सुनिए जर्नलिस्ट के सवाल पर क्या बोले राहुल द्रविड़?
भारतीय हेड कोच राहुल द्रविड़ ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल से पहले एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की जहां पर उन्होंने कई सवालों के जवाब दिए।
भारतीय क्रिकेट टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 7 जून से वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल खेलने जा रही है। ये फाइनल भारतीय फैंस के लिए किसी भी वर्ल्ड कप फाइनल से कम नहीं है क्योंकि पिछले 10 सालों से टीम इंडिया ने कोई भी आईसीसी ट्रॉफी नहीं जीती है ऐसे में रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम इंडिया चाहेगी कि इस फाइनल को जीतकर वो फैंस को आईसीसी ट्रॉफी का तोहफा दें।
वहीं, टीम इंडिया ने भले ही पिछले एक दशक में आईसीसी ट्रॉफी नहीं जीती हो लेकिन मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने कहा है कि टीम इस तरह का कोई दबाव महसूस नहीं कर रही है। ICC इवेंट में भारत की आखिरी जीत 2013 में आई थी जब एमएस धोनी की अगुवाई वाली टीम ने चैंपियंस ट्रॉफी जीती थी। इसके बाद, वो 2017 चैंपियंस ट्रॉफी के साथ-साथ 2021 विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल में पहुंचे, लेकिन ट्रॉफी नहीं जीत पाए थे।
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ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल से पहले एक प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई जहां राहुल द्रविड़ से एक पत्रकार ने पूछा कि क्या उनकी टीम पर 10 साल से आईसीसी ट्रॉफी ना जीतने का दबाव होगा? तो द्रविड़ ने जवाब दिया, "नहीं बिलकुल नहीं। मेरा मतलब है, हम ICC ट्रॉफी जीतने की कोशिश के मामले में कोई दबाव महसूस नहीं करते हैं। निश्चित रूप से, ऐसा करना अच्छा होगा। लेकिन आपको ये भी समझना होगा कि ये दो साल के काम करने की पराकाष्ठा है, ये बहुत सारी सफलता की पराकाष्ठा है जो आपको यहां लाती है।"
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आगे बोलते हुए उन्होंने कहा, "इससे काफी सकारात्मक चीजें देखने को मिलती हैं कि आप टेबल पर कहां खड़े हैं, ऑस्ट्रेलिया में सीरीज जीतना, यहां सीरीज ड्रा करना, पिछले पांच या छह साल में दुनिया में जहां भी ये टीम खेली है, हर जगह बहुत प्रतिस्पर्धी होना। ये वो चीजें हैं जो कभी नहीं बदलेंगी बेशक आपके पास आईसीसी ट्रॉफी है या आपके पास आईसीसी ट्रॉफी नहीं है। ये वास्तव में बड़ी तस्वीर है। लेकिन निश्चित रूप से, क्रिकेट के किसी भी खेल को जीतने में सक्षम होना अच्छा है। ये विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल है और परिणाम हमारे पक्ष में लाना अच्छा होगा। देखो, जो कुछ भी होगा उन पांच दिनों में होगा। पहले या बाद में जो कुछ भी होता है उससे वास्तव में कोई फर्क नहीं पड़ता है। कौन पसंदीदा है, कौन नहीं है, जब अच्छे खिलाड़ियों वाली दो अच्छी टीमें खेलती हैं, तो जो भी टीम अच्छा प्रदर्शन करती है पांच दिनों में, जीत जाती है।"