2013 का भारत दौरा मेरी कप्तानी का सबसे कठिन दौर था- माइकल क्लार्क
ऑस्ट्रेलिया को न सिर्फ महेंद्र सिंह धोनी की टीम ने 0–4 से हराया बल्कि उसके चार खिलाड़ियों को कोच मिकी आर्थर का दिया ‘होमवर्क’ नहीं करने पर टेस्ट टीम से बाहर भी होना पड़ा।
मेलबर्न/नई दिल्ली, 25 जुलाई (हि.स.) । ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क ने स्वीकार किया है कि पिछले 2013 का भारत दौरा उनकी कप्तानी का सबसे कठिन दौर था। ऑस्ट्रेलिया को न सिर्फ महेंद्र सिंह धोनी की टीम ने 0–4 से हराया बल्कि उसके चार खिलाड़ियों को कोच मिकी आर्थर का दिया ‘होमवर्क’ नहीं करने पर टेस्ट टीम से बाहर भी होना पड़ा।
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क्लार्क ने ‘सिडनी मार्निंग हेराल्ड’ से कहा कि अभी तक भारत दौरा मेरी कप्तानी का सबसे कठिन दौर रहा है। उन्होंने कहा कि होमवर्क गेट से भी पहले कई चीजें लंबे समय से हो रही थी। बात सिर्फ उसी प्रकरण की नहीं थी। मिकी ने रेत में एक लकीर खींची और मैं भी उसका हिस्सा था लेकिन मुझे उसका कोई अफसोस नहीं है। मैने अपने कोच का साथ दिया और उसके फैसले पर भरोसा किया। अब पीछे मुड़कर देखने पर मुझे लगता है कि वह ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के लिये सर्वश्रेष्ठ फैसला था। आर्थर को बाद में कोच के पद से हटा दिया गया और हार के बाद क्लार्क को भी आलोचकों का कोपभाजन बनना पड़ा। लेकिन उसने कहा कि वह टीम की छवि को लेकर अधिक चिंतित था ।
हिन्दुस्थान समाचार/सुनील