अंपायर के फैसले का कुछ इस तरह से जताया श्रीलंकाई टीम ने विरोध
जून 13, लंदन (CRICKETNMORE): क्रिकेट का मक्का कहे जाने वाले लंदन के एतिहासिक लॉर्ड्स मैदान पर खेले जा रहे इंग्लैंड और श्रीलंका के तीसरे टेस्ट मैच के चौथे दिन अंपायर के फैसले से बवाल मच गया। दरअसल हुआ कुछ यूं
जून 13, लंदन (CRICKETNMORE): क्रिकेट का मक्का कहे जाने वाले लंदन के एतिहासिक लॉर्ड्स मैदान पर खेले जा रहे इंग्लैंड और श्रीलंका के तीसरे टेस्ट मैच के चौथे दिन अंपायर के फैसले से बवाल मच गया।
दरअसल हुआ कुछ यूं कि बारिश की वजह से विलम्ब से शुरू हुए खेल ने उस वक्त एक विवादास्पद मोड़ ले लिया जब नुवान कुलशेखरा की एक गेंद एलेक्स हेल्स को छकाती हुई स्टम्प ले उड़ी।
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श्रीलंकाई फील्डर खुशी से झूम उठे थे कि तुरन्त अंपायर ने इसे नो बॉल करार दे दिया।
अंपायर के इस फैसले से नाखुश श्रीलंकाई टीम प्रबंधन ने विरोध प्रदर्शन करते हुए लॉड्स की बालकनी में अपने देश का झंडा लगा दिया।
आपको बता दे रिप्ले के मुताबिक बॉलर नुवान प्रदीप का पैर थोड़ा अंदर था, जिससे साफ तौर पर यह पता चलता है कि अंपायर ने गलत फैसला सुना दिया। हालांकि अंपायर रोड टकर ने अपने गलत फैसले के लिए बाद में माफी मांग ली।
गौरतबल है कि मैरिलेबोन क्रिकेट क्लब के नियम के अनुसार दोनों ही देश के पवेलियन पर दूसरे देश का फ्लेग नहीं लहराया जा सकता। मैरिलेबोन क्रिकेट क्लब के आदेश पर बाद में श्रीलंकाई टीम के झंटा हटा लिया।
अंपायर के इस फैसले की निंदा करते हुए श्रीलंकाई टीम के कोच ग्राहम फोर्ड ने आईसीसी से जांच के लिए तकनीक के इस्तेमाल की अपील की। फोर्ड ने आगे कहा कि आईसीसी को इसे गंभीरता से लेना चाहिए। यदि फील्ड अंपायर कोई गलत फैसला देता है तो उसे थर्ड अंपायर के लिए छोड़ा जाना चाहिए।