Advertisement

रात 2.30 बजे विराट के पापा खत्म हो चुके थे, वो सुबह उठा और रोने लगा

विराट कोहली (Virat Kohli) के लाइफ का वो पल जहां ज्यादातर लोग टूट जाते हैं वहां किंग कोहली नहीं टूटे और जज्बा दिखाया। विराट की मां सरोज कोहली ने खुलकर इस बारे में बातचीत की थी।

Advertisement
Cricket Image for रात 2.30 बजे विराट के पापा खत्म हो चुके थे, वो सुबह उठा और रोने लगा
Cricket Image for रात 2.30 बजे विराट के पापा खत्म हो चुके थे, वो सुबह उठा और रोने लगा (Virat Kohli mother)
Prabhat  Sharma
By Prabhat Sharma
Dec 10, 2022 • 01:27 PM

विराट कोहली (Virat Kohli) अपने पिता प्रेम कोहली के काफी करीब थे। प्रेम कोहली का निधन 54 साल की उम्र में हो गया उस वक्त विराट केवल 18 साल के थे।  विराट कोहली के जीवन का एक पहलू जो काफी दर्दनाक था उसने विराट को पूरी तरह से बदल कर रख दिया। विराट कोहली की मां सरोज कोहली ने कुछ वक्त पहले अपने पति और विराट के पिता को खोने के बाद क्या हुआ था इसपर खुलकर बातचीत की थी।

Prabhat  Sharma
By Prabhat Sharma
December 10, 2022 • 01:27 PM

सरोज कोहली ने कहा, 'विराट शाम में घर आया वो 40 रन पर नॉटआउट था। शाम को वो घर आकर सो गया काफी थका हुआ था वो उसके पापा काफी बीमार थे उनको ब्रेन हैमरेज हुआ था। रात को हमने देखा 2.30 बजे उसके पापा खत्म हो चुके थे। हमने विराट को बताया नहीं सुबह उठा जब उसने देखा तो वो रोने लग गया। कहता है कि अब मैं क्या करूं।'

Trending

सरोज कोहली ने आगे कहा, 'विराट ने अपने कोच राजकुमार शर्मा को फोन किया और उनसे पूछा कि सर अब मैं क्या करूं? उसके पापा का सपना था उन्होंने ही विराट को इतनी मेहनत करवाई थी। विराट ने सोचा कि पापा का सपना पूरा हो रहा है अब मैंने इसे छोड़ना नहीं है। विराट ग्राउंड पर गया और उसने 98 रन बनाए। वहीं से वो पिता के अंतिम संस्कार में आया।'

Also Read: क्रिकेट के अनोखे किस्से

सरोज कोहली ने कहा, 'बस यही वो मौका था जब वो एकदम से बदल गया।'बता दें कि विराट कोहली ने बीते दिनों अपने सुपरहीरो से जुड़े सवाल का जवाब देते हुए कहा था,'मेरे पापा जब तक थे तब तक वो ही मेरे सुपरहीरो थे। उन्होंने जो-जो मेरे सामने उदाहरण सेट किए उनसे ही मैं आगे नहीं बढ़ पाया हूं। जब मैं छोटा था क्रिकेट खेल रहा था तब उन्हें जो-जो फैसले मेरे लिए किए वो मेरे काम आए। वो चाहते तो मुझे किसी दूसरे डाइमेंशन में भी भेज सकते थे लेकिन, उनके फैसले की वजह से मेरा फोकस हमेशा क्रिकेट ही रहा। मैं अपनी मेहनत के दमपर ही आगे बढ़ा।'

Advertisement

Advertisement