जब से पूरे देश में कोरोना ने अपना प्रभाव डाला है तब से क्रिकेट बंद पर्दे के पीछे बिना दर्शकों के खेला जा रहा है। हालांकि अब धीरे-धीरे कुछ सीरीज में दर्शकों को अनुमति मिल रही है जिसके बाद खेल में गायब हो गया रोमांच फिर से आ रहा है।
कोरोना की वजह से खिलाड़ियों को बायोबबल में रहकर क्रिकेट खेलना पड़ा था। इसका मतलब ये है कि खिलाड़ी एक निर्धारित दायरे में रहेंगे और वो बाहर के किसी भी अजनबी से नहीं मिलगें। उनके आने जाने के ट्रैक को लेकर जिस होटल या मैदान में वो रहते या प्रैक्टिस करते हैं वहां एक सेंसर लगा रहता है जो कि उन्हें एक सीमित एरिया में रहने का निर्देश देता है।
लगातार बायोबबल में रहने के कारण कई खिलाड़ियों ने कुछ सीरीज से अपना नाम वापस ले लिया और कई खिलाड़ियों ने इस बात की शिकायत की कि लगातार बायोबबल में रहने से उनकी मानसिक शांति भंग होती है।