सहवाग के बेटे आर्यवीर ने खेली 297 रनों की पारी, पापा बोले- 'तुम 23 रन से फरारी से चूक गए'
वीरेंद्र सहवाग के बेटे आर्यवीर सहवाग ने कूच बिहार ट्रॉफी 2024 में 297 रनों की मैराथन पारी खेलकर लाइमलाइट लूट ली है। उनकी इस पारी के बाद पापा वीरेंद्र सहवाग ने भी रिएक्शन दिया है।
भारतीय क्रिकेट के दिग्गज खिलाड़ी वीरेंद्र सहवाग के बेटे आर्यवीर सहवाग अपनी तूफानी पारी के चलते सुर्खियों में आ गए हैं। उन्होंने गुरुवार को शानदार प्रदर्शन करते हुए दिल्ली अंडर-19 के कूच बिहार ट्रॉफी मैच में मेघालय के खिलाफ 297 रनों की मैराथन पारी खेली। आर्यवीर बेशक तिहरे शतक से चूक गए लेकिन वो अपने फैंस और पापा वीरेंद्र सहवाग का दिल जीतने में सफल रहे।
अर्नव बुग्गा के साथ पारी की शुरुआत करते हुए आर्यवीर ने असाधारण कौशल और परिपक्वता का परिचय दिया और अपने पापा वीरेंद्र सहवाग के नक्शेकदम पर चलते हुए 309 गेंदों में 51 चौकों और 3 छक्कों की मदद से 297 रन बनाए। बुग्गा ने भी दूसरे छोर पर उनका पूरा साथ दिया और सिर्फ 108 गेंदों पर 114 रनों की तेज पारी खेली।
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मेघालय द्वारा पहली पारी में 260 रन बनाने के बाद दिल्ली ने मैच पर अपना दबदबा बना लिया है। अपने बेटे की इस शानदार पारी को देखकर वीरेंद्र सहवाग ने भी सोशल मीडिया पर उनको लेकर एक पोस्ट शेयर किया और बताया कि उनका बेटा 23 रन से फरारी से चूक गया। सहवाग ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपने बेटे की तस्वीर और स्कोरकार्ड शेयर करते हुए लिखा, "बहुत बढ़िया खेला आर्यवीर सहवाग,. 23 रन से फरारी चूक गए। लेकिन बहुत बढ़िया, जोश बनाए रखो और दुआ करो कि तुम और भी कई शतक और दोहरे और तिहरे शतक बनाओ। खेल जाओ।"
Well played @aaryavirsehwag . Missed a Ferrari by 23 runs. But well done, keep the fire alive and may you score many more daddy hundreds and doubles and triples. Khel jaao.. pic.twitter.com/4sZaASDkjx
— Virender Sehwag (@virendersehwag) November 22, 2024
आपको बता दें कि अक्टूबर में, आर्यवीर ने मणिपुर के खिलाफ़ 49 रनों की शानदार पारी के साथ वीनू मांकड़ ट्रॉफी में पदार्पण किया। उनके प्रदर्शन ने मैच में दिल्ली की छह विकेट से जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इससे पहले 2023 में, सहवाग ने इस बात पर ज़ोर दिया था कि वो कभी भी इस बात पर अड़े नहीं रहे कि उनके बच्चों को क्रिकेटर बनने के लिए उनके नक्शेकदम पर चलने की कोई मजबूरी नहीं है, बल्कि वो चाहते हैं कि वो अपनी पसंद का पेशा चुनें।
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भारत के अंडर-19 वर्ग के सबसे प्रतिष्ठित बहु-दिवसीय टूर्नामेंटों में से एक कूच बिहार ट्रॉफी उभरते क्रिकेटरों के लिए एक लॉन्चपैड के रूप में काम करती है। आर्यवीर की संयमित लेकिन आक्रामक पारी उनकी प्रतिभा को दर्शाती है और भारतीय क्रिकेट में उनके उज्ज्वल भविष्य की उम्मीदें जगाती है।