दिल्ली प्रीमियर लीग (डीपीएल) 2025 अगस्त में शुरू होने वाली है। सीजन से पहले, खिलाड़ियों की नीलामी रविवार, 6 जुलाई को हुई, जहां सबसे चर्चित पलों में से एक क्रिकेट के दिग्गज वीरेंद्र सहवाग के दो बेटों की किस्मत का खेल था। इस ऑक्शन में सहवाग का एक बेटा तो बिक गया लेकिन 14 वर्षीय ऑफ स्पिनर वेदांत सहवाग अनसोल्ड रहे।
वेदांत को DDCA टी-20 क्रिकेट टूर्नामेंट 2024-25 में उनके शानदार प्रदर्शन के बावजूद किसी भी टीम ने नहीं खरीदा। इसके अलावा वेदांत ने विजय मर्चेंट ट्रॉफी में दिल्ली अंडर-16 टीम के लिए भी शानदार प्रदर्शन किया था लेकिन उनको खरीदने में किसी भी टीम ने दिलचस्पी नहीं दिखाई। विजय मर्चेंट ट्रॉफी में उन्होंने सिर्फ़ पांच मैचों में 24 विकेट लिए थे।
कई लोगों का मानना था कि कोई फ्रैंचाइज़ी तो इस युवा खिलाड़ी पर दांव लगाएगी, लेकिन दुर्भाग्य से इस साल ऐसा नहीं हुआ। इसके विपरीत, वेदांत के बड़े भाई आर्यवीर ने दिल्ली के अंडर-19 सर्किट में अपनी लगातार बल्लेबाजी के प्रदर्शन से सुर्खियां बटोरना जारी रखा। हाल ही में उन्होंने मेघालय के खिलाफ 297 रन बनाकर तहलका मचा दिया था, लेकिन अपने पिता के सर्वोच्च टेस्ट स्कोर 319 को पार करने से चूक गए थे। आर्यवीर ने कहा कि अपने पिता के रिकॉर्ड से चूकने के कारण वो फेरारी से चूक गए।