किस्मत के घोड़े पर सवार थे यशस्वी, आधी पिच पर मिला धोखा फिर भी नहीं हुए आउट; देखें VIDEO
यशस्वी जायसवाल ने रणजी ट्रॉफी के सेमीफाइनल मैच में मुंबई के लिए दोनों ही पारियों में शतक लगाया था।
रणजी ट्रॉफी 2021-22, सीज़न का फाइनल मैच मुंबई और मध्य प्रदेश के बीच बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेला जा रहा है। इस मैच में मुबंई के कप्तान पृथ्वी शॉ ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करने का फैसला किया था, जिसके बाद उन्हें शुरूआती ओवर में ही बड़ा घटका लग सकता था। लेकिन इस दौरान टीम के युवा सलामी बल्लेबाज़ यशस्वी जायसवाल किस्मत के घोड़े पर सवार नज़र आए और आधी पिच पर खड़े होने के बावजूद उन्हें मध्य प्रदेश का कोई भी खिलाड़ी रन आउट नहीं कर सका।
मुंबई के लिए फाइनल में पृथ्वी शॉ और यशस्वी जायसवाल की जोड़ी सलामी बल्लेबाज़ी करने उतरी थी। लेकिन पारी के चौथे ओवर में ही दोनों ही खिलाड़ियों के बीच एक रन के लिए काफी कंफ्यूजन नज़र आई। इस दौरान मध्य प्रदेश की टीम बड़ा फायदा उठा सकती थी, लेकिन ऐसा हुआ नहीं और जायसवाल अपनी किस्मत के दम पर आउट होने से बच गए।
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ये घटना मुंबई की पारी के चौथे ओवर की है। मध्य प्रदेश के लिए यह ओवर अनुभव अग्रवाल करने आए थे। अनुभव काफी अच्छी गेंदबाज़ी कर रहे थे, जिस वज़ह से जायसवाल को दिक्कत हो रही थी। इस ओवर की चौथी गेंद पर यशस्वी ने बॉल को टहलाकर एक रन लेने की कोशिश की। इस दौरान नॉन स्ट्राइक एंड पर खड़े पृथ्वी बॉल को देखते रहे और रन लेने को लेकर शंका में दिखे।
पृथ्वी और जायसवाल दोनो ही आधी क्रीज पर पहुंच चुके थे, जिसके बाद फील्डर के हाथों में बॉल देखकर कप्तान ने यशस्वी को वापस लौटने को कहा। ये कॉल सुनकर जायसवाल ने स्ट्राइकर एंड की तरफ वापस दौड़ लगाई और इस दौरान फील्डर ने विकेटकीपर की तरफ बॉल फेंक दिया। यहीं पर यशस्वी की किस्मत ने उनका साथ दिया और गलत थ्रो के कारण विकेटकीपर बॉल को नहीं पकड़ सका। और ऐसे मध्य प्रदेश की टीम ने एक बेहद ही आसान मौका गंवा दिया।
बता दें कि यशस्वी काफी शानदार लय में हैं। हाल ही में उन्होंने सेमीफाइनल मैच में एक के बाद एक दो शतक जड़े थे। मुंबई और मध्य प्रदेश के बीच खेले जा रहे मैच की बात करें तो खबर लिखे जाने तक मुबंई की टीम ने एक विकेट के नुकसान पर 113 रन बना लिए हैं। यशस्वी जायसवाल 45 रन बनाकर बल्लेबाज़ी कर रहे हैं।