लाहौर, 25 जुलाई| पाकिस्तान क्रिकेट टीम के बल्लेबाज इमाम उल हक को राष्ट्रीय टीम में जगह बनाने के बाद भाई-भतीजावाद के आरोपों से जूझना पड़ा था और इससे उनके ऊपर काफी मानसिक दबाव आ गया था। पाकिस्तान के पूर्व कप्तान और दिग्गज बल्लेबाज इंजमाम उल हक के भतीजे इमाम ने अक्टूबर 2017 में श्रीलंका के खिलाफ वनडे में पदार्पण किया था। यहां तक कि उस समय इंजमाम के मुख्य चयनकर्ता होने के बावजूद उन्हें टीम में जगह पाने में मदद नहीं मिली थी।
इमाम ने ईएसपीएनक्रिकइंफो के शो क्रिकेटबाजी पर पूर्व भारतीय विकेटकीपर दीपदास गुप्ता के साथ बातचीत के दौरान कहा, "जब यह सभी चीजों शुरू हुई, तो मैंने सारे समय अकेले ही खाना खाया। यह मेरा पहला दौरा था और आप समझ सकते हैं कि पहला दौरा कैसा होता है। जब कभी भी मैं अपना फोन खोलता था, तो लोगों ने मुझे सोशल मीडिया पर टैग किया हुआ होता था या फिर मुझे काफी चीजें भेजा करते थे। मैं बहुत ही निराश था और कुछ भी समझ नहीं आता था।"
उन्होंने कहा, " इसके बाद मैंने अपने परिवार के लोगों से बात करना बंद कर दिया था क्योंकि मैं उन पर दबाव नहीं डालना चाहता था। मैं नहीं चाहता था उनको मेरी परेशानी के बारे में पता चले। मैंने अपना दोनों फोन बंद कर दिया था और मैनेजर को रखने दे दिया। यह भी कहा था कि मैं इसे नहीं ले सकता इसको मेरे पास से ले जाइए।"