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'अगर इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट में मैं होता तो कहानी कुछ और होती' बाहर होने के बाद साहा ने बोले बड़े बोल

ENG vs IND : रिद्धिमान साहा ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच से बाहर होने के बाद एक बड़ा बयान दिया है।

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Cricket Image for 'अगर इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट में मैं होता तो कहानी कुछ और होती' बाहर होने के बाद स (Image Source: Google)
Shubham Yadav
By Shubham Yadav
Jul 13, 2022 • 03:00 PM

अनुभवी भारतीय विकेटकीपर रिद्धिमान साहा ने 15 साल तक बंगाल के लिए घरेलू क्रिकेट खेलने के बाद उनका साथ छोड़ दिया है और अब वो 2022-23 घरेलू सत्र में त्रिपुरा के लिए खेलते हुए दिखेंगे। साहा के लिए ये एक बड़ा फैसला है क्योंकि 37 साल की उम्र में वो अपने करियर के अंतिम पड़ाव पर हैं और कहीं न कहीं वो एक नई कहानी लिखने की कोशिश कर रहे हैं।

Shubham Yadav
By Shubham Yadav
July 13, 2022 • 03:00 PM

टीम इंडिया के लिए 40 टेस्ट मैच खेलने के बाद साहा को टीम से बाहर कर दिया गया और अब उनकी वापसी के दरवाजे लगभग पूरी तरह से बंद हो चुके हैं लेकिन साहा ने इसी बीच एक ऐसा बयान दिया है कि वो एक बार फिर से सुर्खियों में आ चुके हैं। साहा ने भारत के लिए आखिरी बार दिसंबर 2021 में न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज में भाग लिया था, लेकिन तब से उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया है।

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इसी बीच साहा ने स्पोर्ट्सकीड़ा से बातचीत के दौरान कहा, “भारतीय टीम ने फरवरी में मुझसे कहा था कि वो मुझसे आगे देखना चाहते हैं। आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद मैंने सोचा कि वो इंग्लैंड के खिलाफ बर्मिंघम टेस्ट के लिए मुझ पर विचार करेंगे। अगर उन्होंने मुझे इस टेस्ट में मौका दिया होता, तो चीजें अलग हो सकती थीं। सब कुछ चयनकर्ताओं के हाथ में है। मुझे किसी से कोई शिकायत नहीं है और मैं उनके फैसले का पूरी तरह सम्मान करता हूं।"

आगे बोलते हुए साहा कहते हैं, "पेशेवर मैच में, आपको इस बारे में कभी परेशान नहीं होना चाहिए कि दूसरे आपके बारे में क्या सोचते हैं। यदि आप एक कोने में बैठते हैं और सिर्फ इसलिए रोते हैं क्योंकि कुछ लोग आपकी सराहना नहीं करते हैं, तो आप अभी भी बच्चे हैं। मैं जिस भी टीम के लिए खेलता हूं, मैं हमेशा अपना सर्वश्रेष्ठ देता हूं। मुझे जिम्मेदारी लेने में मजा आता है और त्रिपुरा मुझे अतिरिक्त जिम्मेदारी देने के लिए उत्सुक था। साथ ही, मेरे पास रिटायरमेंट के बाद की कुछ योजनाएं हैं और मुझे लगता है कि त्रिपुरा में मेंटर की भूमिका से मुझे उस मोर्चे पर कुछ अनुभव हासिल करने में मदद मिलेगी। मैं अपने क्रिकेट ज्ञान को अधिक से अधिक लोगों के साथ साझा करना चाहता हूं।”

आपको बता दें कि बंगाल के साथ अपने लंबे कार्यकाल के अंत के बावजूद उनकी जड़ें बंगाल से ही जुड़ी रहेंगी। साहा ने बंगाल के लिए 122 प्रथम श्रेणी मैच और 102 लिस्ट ए मैच खेले।

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