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पीटरसन को आगामी दौरों से बाहर किये जाने पर पूर्व इंग्लिश कप्तानों ने दी मिश्रित प्रतिक्रिया

लंदन/ नई दिल्ली, 05 फरवरी (हि.स.) । इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड द्वारा केविन पीटरसन को आगामी दौरों से बाहर किये जाने पर इंग्लैंड के पूर्व कप्तानों ने मिश्रित प्रतिक्रिया व्यक्त की है। पूर्व कप्तान बॉब विलिस ने कहा कि नए प्रबंध

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Saurabh Sharma
By Saurabh Sharma
Feb 10, 2015 • 04:07 PM

लंदन/ नई दिल्ली, 05 फरवरी (हि.स.) । इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड द्वारा केविन पीटरसन को आगामी दौरों से बाहर किये जाने पर इंग्लैंड के पूर्व कप्तानों ने मिश्रित प्रतिक्रिया व्यक्त की है। पूर्व कप्तान बॉब विलिस ने कहा कि नए प्रबंध निदेशक पॉल डाउनटोन का यह निर्णय ईसीबी के अधिकार को दर्शाता है। पीटरसन के पहले कप्तान माइकल वॉन ने कहा कि ईसीबी स्वतंत्र विचारों वाले खिलाड़ी (पीटरसन) को नियंत्रित करने में नाकाम रहा।

Saurabh Sharma
By Saurabh Sharma
February 10, 2015 • 04:07 PM

पूर्व तेज गेंदबाज विलिस ने कहा कि इस मामले को ठोस ढंग से निपटाने के लिए पॉल डाउनटोन को बधाई। इस उचित कदम के जरिए उन्होंने अपनी छाप छोड़ी।

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माइकल वॉन ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया के हाथों इंग्लैंड को करारी हार मिली थी और उसे बलि का बकरा चाहिए था। आपको स्वतंत्र विचारों वाले व्यक्ति को नियंत्रित करते आना चाहिए। उन्होंने कहा कि वे खुशनसीब थे कि उन्हें आईपीएल प्रारंभ होने के पहले पीटरसन के साथ खेलने का मौका मिला। ईसीबी अच्छी तरह से पीटरसन का उपयोग नहीं कर पाया।

नासिर हुसैन ने कहा कि इस निर्णय की वजह से एलिस्टेयर कुक को अब अपने सबसे प्रभावी खिलाड़ी के बगैर खेलना होगा। उन्होंने कहा कि इतिहास गवाह है कि केविन के कारण हर जगह समस्या उत्पन्न हुई, भले ही फिर वह नटाल हो, हैम्पशायर हो या नाटिंघमशायर। फिर उनके साथ पीटर मूर्स हो, एंड्रयू स्ट्रॉस हो, एलिस्टेयर कुक हो या एंडी फ्लॉवर। कुछ लोगों का विश्वास वायरस को हटाकर आगे बढ़ने पर रहता है जबकि कुछ अपने श्रेष्ठ खिलाड़ी को मैनेज कर चलते रहते हैं।

सबसे विवादास्पद इंग्लिश क्रिकेटर ज्यॉफ बॉयकॉट ने कहा कि पीटरसन टीम का एक हिस्सा है, पूरी टीम नहीं है। यह आप पर निर्भर करता है कि उनको लेकर आगे बढ़ना है या उन्हें छोड़कर।  सरे काउंटी के निदेशक एलेक स्टीवर्ट ने कहा कि पीटरसन के साथ गलत हुआ है। जब हम जीतते हैं तो किसी चीज पर ध्यान नहीं देते हैं, लेकिन जब हारते हैं तो सभी की उंगलियां केपी की तरफ उठती है। मेरे हिसाब से यह अन्याय है।

हिन्दुस्थान समाचार/सुनील

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