रांची में टर्फ पिच देकर महेंद्र सिंह धोनी के शुरुआती करियर में उनकी मदद करने वाले देवल सहाय इस समय बिमारियों के कारण अस्पताल में भर्ती हैं। हालांकि अच्छी बात यह है कि 73 साल के सहाय को शनिवार को वेंटिलेटर पर से हटा दिया गया है।
सहाय को सांस लेने में तकलीफ, यूरिनरी समस्या जैसी बीमारियां हैं।
सहाय ने जब धोनी को 1998 में सेल से अपनी कंपनी में लिया था तब सिर्फ मेकन, जहां धोनी के पिता काम करते थे, वहीं टर्फ पिचें थी जो सहाय ने खुद अपने मार्गदर्शन में बनावाई थीं। इसके बाद जब वह सीसीएल चले गए तो वहां उन्होंने टर्फ पिचें बनावाईं। जब धोनी सेल के लिए खेलने वाले थे तब वह उन्हें सीसीएल में ले आए जहां उनके खेल में निखार आया।
सहाय के बारे में धोनी के जीवन पर बनी फिल्म- एम.एस. धोनी द अनटोल्ड स्टोरी में भी बताया गया है।
सीसीएल में कई युवा क्रिकेटरों जिन्हें सहाय ने बनाया वह अपने मेंटॉर से मिलने आ रहे हैं।
सहाय के काफी करीबी और सीसीएल में धोनी के पहले कप्तान अदिल हुसैन ने शनिवार को सहाय से अस्पताल में मुलाकात की।