भारत में क्रिकेट सबसे लोकप्रिय खेल है और इस खेल से जितना प्यार खिलाड़ी करते हैं उतना ही फैंस भी करते हैं। हमारे देश में इतने दिग्गज क्रिकेटर्स हुए हैं कि रिटायर होने के बाद उन्होंने टीम इंडिया के हेड कोच की भूमिका भी निभाई। यही कारण है कि अब हमें विदेशी कोच की भी जरूरत नहीं है बल्कि हमारे अपने दिग्गज ही ना सिर्फ हमारी क्रिकेट टीम को कोचिंग दे रहे हैं बल्कि भारतीय क्रिकेटर्स की मांग अब विदेशों में भी बढ़ती जा रही है। इसका सबसे ताजा उदाहरण हैं पूर्व भारतीय तेज़ गेंदबाज़ डोडा गणेश, जिन्हें केन्या क्रिकेट टीम ने अपना हेड कोच नियुक्त किया है। गणेश से पहले भी कई भारतीय क्रिकेटर्स विदेशी टीमों को कोचिंग दे चुके हैं और आज हम इस आर्टिकल में उन पांच भारतीयों पर नज़र डालेंगे जो अब तक विदेशी देशों के मुख्य कोच रह चुके हैं।
(1) लालचंद राजपूत - अफ़गानिस्तान और ज़िम्बाब्वे
लालचंद राजपूत उन सफल भारतीयों में से एक हैं जो अब तक विदेशी टीमों के मुख्य कोच रह चुके हैं। उन्होंने अफ़गानिस्तान के कोच के तौर पर इंज़माम उल हक की जगह ली थी। राजपूत के अंडर अफगानिस्तान की टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए कई महत्वपूर्ण जीत हासिल की। लालचंद राजपूत ने 2016 से 2018 तक अफगानिस्तान को कोचिंग दी और उसके बाद 2018 से 2022 तक जिम्बाब्वे के हेड कोच की भूमिका निभाई।