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8 महान क्रिकेटर जो अपने खेल के साथ-साथ अंधविश्वास के लिए भी रहे मशहूर

क्रिकेट जैसे खेल को भारत में धर्म समझा जाता है और खिलाड़ियों को भगवान। इसका कारण खिलाड़ियों के द्वारा किया गया प्रदर्शन होता है जिसके दम पर वह अपनी टीम को जीत दिलाते हैं और खुद भी नाम कमाते हैं।

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8 famous Cricketers And Their Peculiar Superstitions
8 famous Cricketers And Their Peculiar Superstitions (CRICKETNMORE)
Saurabh Sharma
By Saurabh Sharma
Nov 15, 2019 • 08:47 AM

क्रिकेट जैसे खेल को भारत में धर्म समझा जाता है और खिलाड़ियों को भगवान। इसका कारण खिलाड़ियों के द्वारा किया गया प्रदर्शन होता है जिसके दम पर वह अपनी टीम को जीत दिलाते हैं और खुद भी नाम कमाते हैं। लेकिन कई बार खिलाड़ी इस 'अच्छे प्रदर्शन' के लिए मेहनत, काबिलियत के अलावा कई तरह के टोटकों और अंधविश्वास पर भी निर्भर रहते हैं। कोई खास रंग और नंबर को अपने साथ रखना पसंद करता है तो कोई अपनी पसंदीदा चीजों को साथ लेकर चलना चाहते हैं ताकि उन्हें असुरक्षा की भावना नहीं आए और वह अपने इन टोटकों से अच्छे प्रदर्शन का विश्वास हासिल कर सकें।

Saurabh Sharma
By Saurabh Sharma
November 15, 2019 • 08:47 AM

छोटी सी उम्र से गेंदबाजों के लिए काल बन क्रिकेट में भगवान का दर्जा पाने वाले सचिन तेंदुलकर भी इससे अछूते नहीं रहे हैं। क्रिकेट बुक में लगभग हर रिकार्ड अपने नाम करने वाले सचिन बल्लेबाजी के लिए जाने से पहले खास तरह का पैटर्न फॉलो करते थे। सचिन हमेशा अपने बाएं पैर में पहले पैड पहनते थे,क्योंकि खेल के भगवान को लगता है कि इससे वह मैदान पर अच्छा करेंगे। इसी तरह 2011 विश्व कप से पहले सचिन ने अपना पसंदीदा बल्ला भी ठीक करवाया था जिसे वो लकी मानते थे।

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सचिन के कई रिकार्ड तोड़ने वाले और बाकी के रिकार्ड के पीछे हाथ धोकर पड़े भारत के मौजूदा कप्तान विराट कोहली भी अपने प्रेरणास्त्रोत सचिन की तरह एक समय तक अंधविश्वास से घिरे हुए थे। कोहली ने जब रनों का अंबार लगाने की शुरुआत की थी, तब उन्होंने जो ग्लव्स पहने थे, कोहली लंबे समय तक उन्हें ही दोहराते रहे क्योंकि उन्हें लगता था कि इन्ही ग्लव्स के दम पर उनके बल्ले से रन निकल रहे हैं। एक समय के बाद जब उन्हें यह अहसास हो गया कि उनकी प्रतिभा इस अंधविश्वास से कहीं ज्यादा ताकतवर है तो उन्होंने इससे छुटकारा पा लिया।

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